Kidney Health: पानी शरीर के साथ ही आपकी किडनी के लिए भी बेहद जरूरी होता है. यह आपके खून से यूरिन के रूप में गंदगी और टॉक्सिंस को बाहर निकालता है. खून की नसों को खुला रखता है ताकि न्यूट्रिएंट्स आपकी किडनी तक आसानी से जा सकें. जब आप डिहाइड्रेटेड होते हैं तो शरीर का ये अंग ठीक से काम नहीं कर पाता.
अक्सर सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं जिसका असर आपकी किडनी पर भी होता है. यहां हम आपको किडनी पर पानी की कमी से होने वाले कुछ संकेतों की जानकारी दे रहे हैं.
डिहाइड्रेशन और किडनी फंक्शन
शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन से किडनी पर दबाव पड़ता है जिससे ब्लड फ्लो कम हो जाता है. पानी की कमी से शरीर में वेस्ट को फिल्टर करना मुश्किल हो जाता है जिससे यूरिन गाढ़ा हो जाता है. इस स्थिति में दर्दनाक किडनी स्टोन, यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTIs) का खतरा बढ़ जाता है और एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) या क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) भी हो सकती है.
1-पानी कम होने का मतलब है कि किडनी को खून को अच्छे से फिल्टर करने में दिक्कत होती है जिससे वेस्ट और टॉक्सिन जमा हो जाते हैं.
2-गाढ़ा यूरिन मिनरल और सॉल्ट को क्रिस्टलाइज करने लगता है जिससे दर्दनाक किडनी स्टोन बनना शुरू हो जाते हैं.
3-पानी बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है, डिहाइड्रेशन इस प्रोसेस को धीमा कर देता है जिससे UTI का खतरा बढ़ जाता है जो किडनी तक पहुंच सकता है.
4-गंभीर डिहाइड्रेशन से ब्लड फ्लो बहुत कम हो जाता है जिससे अचानक, खतरनाक किडनी फेलियर हो सकता है.
5-बार-बार लंबे समय तक डिहाइड्रेशन की दिक्कत होने से किडनी पर क्रॉनिक स्ट्रेस पड़ता है जिससे लंबे समय तक नुकसान हो सकता है और काम करना बंद कर सकता है.
कम पानी पीने के अलावा डिहाइड्रेशन इन वजहों से शरीर से बहुत ज्यादा पानी खो देते हैं.
डायरिया
उल्टी
पसीना
डायबिटीज जैसी बीमारियों में यूरिन का ज्यादा निकलना
डिहाइड्रेशन थकान का कारण बन सकता है और शरीर के कामकाज को भी प्रभावित कर सकता है और किडनी पर भी असर डाल सकता है.
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