Delhi Air Pollution: बढ़ते प्रदूषण के बीच संतरे के छिलकों से घर की हवा साफ, जानें आसान तरीका

दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के मौसम में प्रदूषण और धुंध ने लोगों की सांस लेने की समस्या बढ़ा दी है. संतरे के छिलकों में पाए जाने वाले टेर्पीन्स और पॉलीफेनॉल हवा को साफ करने में मदद करते हैं.

Advertisement
घर के अंदर की हवा को भी साफ रखना जरूरी होता है. (Photo:freepik) घर के अंदर की हवा को भी साफ रखना जरूरी होता है. (Photo:freepik)

आजतक लाइफस्टाइल डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 08 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:44 PM IST

दिल्ली-एनसीआर में सर्दियों के मौसम में धुंध और प्रदूषण आम बात हो गई है. पिछले कुछ समय से दिल्ली की हवा जहरीली हो रखी है, जिसमें लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और इतना ही नहीं इससे आंखों में भी जलन हो रही है. सड़क पर गाड़ियों, फैक्ट्रियों से धुआं, और घरों में गैस चूल्हा, मोमबत्तियां और स्प्रे क्लीनर सब मिलकर घर की हवा को भी भारी और बीमार बना देते हैं.

Advertisement

दिल्ली में दिवाली के पहले से ही हालात काफी खराब हो रखे थे और अभी तक सब लोग इससे परेशान है. सरकार भी अपनी तरफ से इससे बचने के लिए कई कदम उठा रही है, लेकिन ऐसे समय में घर के अंदर ताजी और साफ हवा बनाए रखना मुश्किल होता है. मगर एक छोटा और आसान घरेलू तरीका है, जो घर की हवा को थोड़ी ताजगी दे सकता है. हम संतरे के छिलके की बात कर रहे हैं, जिसे आप कूड़ा समझकर घर से बाहर फेंक देते हैं. 

2023 में जर्नल ऑफ फूड केमिस्ट्री और नैनोटेक्नोलॉजी में पब्लिश स्टडी के मुताबिक,संतरे के छिलके, जिन्हें अक्सर कचरे की तरह फेंक दिया जाता है, इनमें फ्लैवोनॉयड, फेनोलिक एसिड और कैरोटीनॉयड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये तत्व हमारे शरीर की कोशिकाओं में होने वाले ऑक्सीडेटिव नुकसान को कम करने में मदद करते हैं. सबसे ज्यादा खासियत संतरे के सफेद अंदरूनी हिस्से (अल्बेडो) में पाए जाते हैं, जिसे आमतौर पर खाना बनाते समय फेंक दिया जाता है. लेकिन जब इसे उबाला जाता है और भाप में फैलाया जाता है तो यह एक्टिव हो जाता है, जो घर की हवा को भी ताजा और साफ बनाने में मदद करता है.

Advertisement

संतरे के छिलके में दो मुख्य प्रकार के पदार्थ होते हैं:

  • टेर्पीन्स: ये संतरे की खुशबू देते हैं, जैसे लिमोनीन और लिनालूल.
  • पॉलीफेनॉल: ये एंटीऑक्सिडेंट होते हैं और छोटे पानी की बूंदों के साथ हवा में फैल सकते हैं.

ये दोनों मिलकर ओजोन और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसी गैसों को हटाने में मदद करते हैं, जो घर के बंद या कम हवादार कमरों में जमा हो जाती हैं. इस तरह गले और आंखों में जलन कम होती है. धूल और छोटे कण पर इसका असर ज्यादा नहीं होता. यह तरीका खासतौर पर रसोई, सफाई या मोमबत्ती से आने वाली गैसों और गंध को कम करने में मदद करता है. इसलिए इसे हवा साफ करने का आसान उपाय समझें, लेकिन पूरी सफाई का ऑप्शन नहीं.

कैसे काम करता है?

संतरे का लिमोनीन ओजोन के साथ रिएक्शन करता है और उसे खत्म करता है. उबालने से पॉलीफेनॉल हवा में फैलते हैं और मुक्त कणों को कम करते हैं. भाप कमरे में फैलकर हवा को थोड़ा ताजा करती है.

घर में कैसे करें इस्तेमाल

  • 2–3 संतरे के छिलके अच्छी तरह धो लें.
  • छोटे पैन में पानी डालें और छिलके डालकर धीमी आंच पर 20 से 40 मिनट उबालें.
  • पैन का ढक्कन न लगाएं.
  • पानी कम हो जाए तो थोड़ा और डालें.
  • चाहें तो दालचीनी, लौंग या तेज पत्ता डालकर खुशबू और एंटीऑक्सिडेंट बढ़ा सकते हैं.
  • पैन को कभी भी अनदेखा न छोड़ें.
  • अगर संभव हो तो खिड़की थोड़ी खुली रखें.

ऐसा करने से क्या फायदे होते हैं? 

अगर आप संतरे के छिलको का उपाय करते हैं तो कुछ मिनट में आपको कमरे में ताजगी महसूस होगी. खाना पकाने या सफाई के बाद आने वाली तेज स्मेल कम लगेगी. ओजोन मीटर रखने वाले लोग इसमें गिरावट भी देख सकते हैं.

  • घर की हवा हल्की और ताजा लगती है.
  • घर की खुशबू बढ़ती है.
  • छोटे फ्लैट या किरायेदारों के लिए आसान और सस्ता उपाय.
  • यह वेस्ट-टू-वैल्यू तरीका है, जो छिलका फेंका जाता है, उसका इस्तेमाल हवा सुधारने में होता है.

कब न करें

  • अगर आपको सिट्रस की खुशबू से सिरदर्द या एलर्जी होती है.
  • मोल्ड या नमी छिपाने के लिए.
  • गैस चूल्हे को सिर्फ छिलके उबालने के लिए जलाने के लिए.
---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement