National Milk Day: 26 नवंबर को ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय दुग्ध दिवस? जानिए इसके पीछे की कहानी

National Milk Day History: भारत में 26 नवंबर को मिल्क डे मनाया जाता है. अमूल कंपनी की नींव रखने वाले डॉक्टर वर्गीज कुरियन के योगदान को याद करते हुए उनके जन्मदिन पर राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लोगों को दूध उत्पादकों के महत्व को बताना है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:42 AM IST

अमूल मिल्क प्रोडक्ट कंपनी की स्थापना करने वाले डॉक्टर.वर्गीज कुरियन का आज यानी 26 नवंबर को जन्मदिन है. आज ही के दिन भारत में नेशनल मिल्क डे यानी राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है. बता दें कि दूध के उत्पादन में पूरी दुनिया में भारत नंबर वन पर आता है, देश को इस मुकाम पर पहुंचाने में डॉक्टर वर्गीज का अहम योगदान है.

संयुक्त राष्ट्र के FO (खाद्य और कृषि संगठन) के आंकड़ों के अनुसार, भारत विश्व में सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और दुनिया भर के कुल दूध का 21 से 23 फीसदी भारत में उत्पादन होता है. वर्गीज कुरियन ने अमूल कंपनी की स्थापनी की थी. उनका सपना था देश के दूध उत्पादन को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाना. डॉक्टर वर्गीज कुरियन द्वारा ही भारत में मिक्ल रिवॉल्यूशन चलाया गया था. National Dairy Development Board ने 1970 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ की शुरुआत की जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया. इसका मकसद था देश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना और इस फील्ड से जुड़े किसानों का विकास करना.

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इस संस्थान का पूरा कंट्रोल डॉक्टर वर्गीज के हाथों में था. प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अमूल को हर जगह फैलाने के लिए राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड का गठन किया. जिसका अध्यक्ष डॉक्टर वर्गीज को बनाया गया था इसके लिए डॉक्टर ने ऑपरेशन फ्लड की शुरुआत की थी और अमूल को देश के कोने-कोने में पहुंचाया. राष्ट्रीय दुग्ध दिवस ने दूध उत्पादकों को देश के 700 से अधिक शहरों और नगरों से जोड़ा. 

डॉक्टर ने 1965 से 1998 तक National Dairy Development Board यानी एनबीडीबी के अध्यक्ष के तौर पर काम किया. एक वक्त पर भारत देश दूध की कमी से जूझ रहा था लेकिन डॉक्टर वर्गीज ने देश को नवंबर वन बनाया उनके इस योगदान को याद रखने के लिए उनके जन्मदिन यानी कि 26 नवंबर को मिल्के डे मनाया जाता है, इसकी शुरुआत 2014 में की गई थी. 

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दूध का इंसान तो सेवन करते ही है लेकिन कई जानवर भी इसे पीते हैं. शरीर में कैल्शिय्म की कमी को पूरा करने के लिए दूध सा सेवन किया जाता है. इस दिवस को मनाने का एक कारण ये भी है क्योंकि इस दिन दूध की शरीर के लिए उपयोगिता बताने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और दूध उत्पादकों के महत्व को बताने वाले अभियान चलाए जाते हैं, जिससे जनता इनका महत्व समझ सके.

 


 

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