'साफ संदेश देने का ये सही वक्त', जब SC में हुआ दिल्ली ब्लास्ट का जिक्र, संदिग्ध आतंकी को नहीं मिली राहत

दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए जोरदार कार बम विस्फोट के एक दिन बाद, सुप्रीम कोर्ट ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आरोपित एक आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया. आरोपी भड़काऊ सामग्री के साथ पकड़ा गया था.

Advertisement
UAPA के आरोपी को सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली राहत (Photo- ITG) UAPA के आरोपी को सुप्रीम कोर्ट से नहीं मिली राहत (Photo- ITG)

नलिनी शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 4:04 PM IST

लालकिले के पास हुए भीषण कार धमाके के महज़ एक दिन बाद, सुप्रीम कोर्ट ने देश को एक सख्त और स्पष्ट संदेश दिया है. कोर्ट ने कहा कि आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामलों में किसी तरह की नरमी नहीं बरती जाएगी.

दरअसल, मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत गिरफ्तार एक आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी.

Advertisement

सुनवाई के दौरान आरोपी के वकील ने कहा, “शायद कल की घटना के बाद आज इस केस पर बहस करने का सही समय नहीं है.” इस पर जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की पीठ ने तीखे लहजे में जवाब दिया- “यही सबसे सही सुबह है, स्पष्ट संदेश देने के लिए.”

यह भी पढ़ें: दिल्ली ब्लास्ट का पुलवामा कनेक्शन! सलमान ने J-K के तारिक को बेची थी i-20 कार

कोर्ट ने आरोपी की ज़मानत याचिका को खारिज करते हुए यह अहम टिप्पणी की. आरोपी के बचाव पक्ष ने तर्क दिया था कि उससे केवल इस्लामिक साहित्य जब्त किया गया है लेकिन पीठ ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि आरोपी एक व्हाट्सएप समूह का सदस्य था जिसमें इस्लामिक स्टेट (ISIS) के झंडे जैसा ही झंडा लगा हुआ था. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बरामद सामग्री की प्रकृति और ऑनलाइन कनेक्शन इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आरोपी की भूमिका गंभीर है, और उसकी हिरासत जारी रहनी चाहिए.

Advertisement

उमर ने रची थी साजिश

यह फैसला ऐसे वक्त आया है जब दिल्ली पुलिस और जांच एजेंसियां लालकिला ब्लास्ट की गुत्थी सुलझाने में जुटी हैं. धमाके में इस्तेमाल Hyundai i20 कार की जांच में खुलासा हुआ है कि इसे डॉ. मोहम्मद उमर, एक कश्मीरी डॉक्टर चला रहा था, जिसके जैश-ए-मोहम्मद से संबंध बताए जा रहे हैं. उमर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर साजिश रची थी, लेकिन फरीदाबाद में गिरफ्तारियों के बाद घबराकर उसने अकेले ही ब्लास्ट को अंजाम दिया.

यह भी पढ़ें: दिल्ली ब्लास्ट में अबतक 8 की मौत, 20 घायल, NIA-NSG जांच में जुटीं

फरीदाबाद पुलिस ने धमाके से कुछ घंटे पहले ही 2,900 किलो विस्फोटक और हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया था और तीन डॉक्टर समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. शुरुआती जांच में पुष्टि हुई है कि धमाके में ANFO (Ammonium Nitrate Fuel Oil) का इस्तेमाल हुआ था जो आमतौर पर एक हाई-इंटेंसिटी विस्फोटक है जो सैन्य-स्तर के ब्लास्ट में इस्तेमाल होता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement