उत्तराखंड में पाखंडियों पर शिकंजा कसने के लिए ऑपरेशन कालनेमि शुरू, सीएम धामी ने दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा कि जिस तरह असुर कालनेमि ने साधु का भेष धरकर लोगों को भ्रमित किया था, उसी प्रकार आज भी कई 'कालनेमि' समाज में एक्टिव हैं, जो धार्मिक वेशधारण कर अपराध कर रहे हैं. हमारी सरकार जनभावनाओं, सनातन संस्कृति की गरिमा और सामाजिक सौहार्द की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है. ऐसे पाखंडी तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.

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सीएम पुष्कर धामी ने ऑपरेशन कालनेमि शुरू करने के निर्देश दिए (फोटो- PTI) सीएम पुष्कर धामी ने ऑपरेशन कालनेमि शुरू करने के निर्देश दिए (फोटो- PTI)

अंकित शर्मा

  • देहरादून,
  • 10 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 4:41 PM IST

देवभूमि उत्तराखंड में सनातन धर्म की आड़ में लोगों को ठगने, धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने और समाज को गुमराह करने वाले फर्जी साधुओं के खिलाफ सरकार ने मोर्चा खोल दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसे तत्वों के खिलाफ 'ऑपरेशन कालनेमि' शुरू करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कहा कि आस्था के नाम पर पाखंड फैलाने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा.

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मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट करते हुए लिखा कि जिस तरह असुर कालनेमि ने साधु का भेष धरकर लोगों को भ्रमित किया था, उसी प्रकार आज भी कई 'कालनेमि' समाज में एक्टिव हैं, जो धार्मिक वेशधारण कर अपराध कर रहे हैं. हमारी सरकार जनभावनाओं, सनातन संस्कृति की गरिमा और सामाजिक सौहार्द की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है. ऐसे पाखंडी तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.

क्यों शुरू किया गया ऑपरेशन कालनेमि?

बता दें कि प्रदेश के कई हिस्सों से ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां कुछ असामाजिक तत्व साधु-संतों का भेष धारण कर विशेषकर महिलाओं को निशाना बनाकर ठगी कर रहे हैं. इससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. साथ ही सनातन परंपरा की छवि और सामाजिक सौहार्द को भी गहरा नुकसान पहुंच रहा है.

आमजन को गुमराह करने वालों पर होगा सख्त एक्शन 

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मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि ऐसे किसी भी व्यक्ति की पहचान कर तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाए, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या पंथ से जुड़ा हो. पाखंड और अंधविश्वास के नाम पर आमजन को गुमराह करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करेगी.

'उत्तराखंड की आध्यात्मिक पहचान कमजोर नहीं होने देंगे'

सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि उत्तराखंड की धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होने दिया जाएगा. जनता से भी अपील की गई है कि ऐसे फर्जी बाबाओं और ढोंगियों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें, ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.

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