उत्तर प्रदेश के कानपुर (UP Kanpur) के लालबंगला इलाके में आज अतिक्रमण गिराने पहुंचे KDA के बुलडोजर (Bulldozer) पर महिलाओं और पुरुषों ने जमकर पथराव किया. इस दौरान पुलिस के साथ भी लोगों की भिड़ंत हो गई. कुछ लोगों का आरोप था कि प्रशासन की टीम गलत तरीके से मनमाने ढंग से उनकी दुकानें गिरा रही है. वहीं इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया.
जानकारी के अनुसार, कानपुर के लालबंगला इलाके में प्रशासन की टीम भारी पुलिस बल लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंची थी. इस दौरान प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर कुछ दुकानों को गिराने पहुंची थी. बुलडोजर (Bulldozer) से जब दुकानें गिराई जा रहीं थी, उसी दौरान कुछ लोगों ने प्रशासन पर गलत ढंग से दुकानें गिराए जाने का आरोप लगाया.
बुलडोजर पथराव मामले में नाराज लोगों ने युवक को जमकर पीटा
कानपुर के लालबंगला क्षेत्र में अतिक्रमण गिराने के दौरान हुए बवाल में नाराज लोगों ने एक युवक के साथ जमकर पिटाई कर दी. इन लोगों को लग रहा था कि युवक अतिक्रमण को लेकर हो रही कार्रवाई का समर्थन कर रहा है, जबकि युवक ने कहा कि वह अपना पैसा लेने आया था. वहीं सपा नेता फतेह बहादुर सिंह गिल दुकानों को गिराए जाने के विरोध में खड़े हो गए. उनका आरोप है कि केडीए ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के भाई के कहने पर गलत नंबर की दुकानें गिरा दीं.
फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि केडीए ने नोटिस तो 91 और 92 के दिए, लेकिन जिनकी दुकानें गिराई गईं, उनका नंबर 250 है. उसके आसपास भी इसी के आगे पीछे के नंबर हैं. इसलिए केडीए इनको मुआवजा दे, नहीं तो हम धरने पर बैठेंगे. जिनकी दुकानें गिरीं, वे भी यही आरोप लगा रहे हैं. इस मामले पर केडीए का कोई अधिकारी जवाब नहीं दे रहा है. सवाल ये भी है कि अगर गिराई गई दुकानें अवैध थीं, तो उसके आसपास की दुकानों पर बुलडोजर क्यों नहीं चला. इस मामले में केडीए का कोई अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है. अतिक्रमण गिराने पहुंचे केडीए के अधिकारी अजित सिंह ने फोन नहीं उठाया.
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इसके साथ ही आक्रोशित लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इस दौरान कुछ महिलाओं और पुरुषों ने बुलडोजर (Bulldozer) पर पथराव शुरू कर दिया. पुलिस अभी मौके पर लोगों को समझाने के प्रयास में लगी है. कई लोग इस दौरान पुलिस से भी भिड़ गए, लेकिन पुलिस ने संयम से लोगों समझाने की कोशिश की.
रंजय सिंह