प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरी की संदेहास्पद स्थिति में मौत की जांच कर रही सीबीआई ने अब इस मामले में सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत को आत्महत्या माना है. सीबीआई ने इस मामले में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी के खिलाफ साजिश रचने और आत्महत्या के लिए बाध्य करने का आरोप लगाया है.
कोर्ट ने सीबीआई द्वारा दायर चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए 25 नवंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है. कोर्ट ने पैरोकार के माध्यम से आनन्द गिरी को भी चार्जशीट की कॉपी भेज दी है.
नैनी जेल में बंद हैं तीनों आरोपी
इस मामले में कोर्ट ने तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत को अगली सुनवाई तक यानी की 25 नवंबर तक के लिए बढ़ा दी है. कोर्ट ने इस मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्य आरोपी आनंद गिरि से बातचीत की और उनका पक्ष जाना.
बता दें कि महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में तीनों आरोपी 22 सितंबर से ही नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं. तीनों आरोपियों पर महंत नरेंद्र गिरी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है.
महंत नरेंद्र गिरी 20 सितंबर को मठ बाघम्बरी गद्दी में अपने कमरे में मृत हालत में पाए गए थे. बता दें कि महंत नरेंद्र गिरी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में सीबीआई ने आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी से लंबी पूछताछ की थी और उनका बयान भी दर्ज किया था.
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में इन्हीं तीनों को मुख्य आरोपी बनाया है और इसके लिए सीबीआई ने इन आरोपियों को सात दिनों तक अपनी कस्टडी में रखा था.
सीबीआई ने हरिद्वार में आनंद गिरी के नए आश्रम की भी जांच की थी और उनके लैपटॉप सिहित मोबाइल फोन को भी जप्त कर लिया था.
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