दिल्ली नगर निगम के 12 वार्डों के लिए रविवार को हुए उपचुनाव में 38.51% मतदान दर्ज किया गया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक ये मतदान प्रतिशत शाम 5:30 बजे तक का है. संगम विहार में सबसे ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई है, ग्रेटर कैलाश में मतदान की रफ्तार सबसे कम रही. एमसीडी उपचुनाव में 51 उम्मीदवार मैदान में हैं. नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
इस साल के शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ उसकी एक बार फिर सीधी टक्कर हुई. दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 143 मतदान केंद्रों के 580 बूथों पर मतदान हुआ.
उपचुनाव ग्रेटर कैलाश, शालीमार बाग बी, अशोक विहार, चांदनी चौक, चांदनी महल, डिचाओं कलां, नारैना, संगम विहार ए, दक्षिण पुरी, मुंडका, विनोद नगर और द्वारका बी वार्डों के लिए हुए. 11 सीटें पार्षदों के विधायक बनने के बाद खाली हुई थीं, जबकि द्वारका बी सीट 2024 में खाली हुई थी, जब यहां की पूर्व पार्षद कमलजीत सहरावत ने पश्चिमी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव जीता था.
26 महिला उम्मीदवार मैदान में
इन 51 उम्मीदवारों में से 26 महिलाएं हैं. BJP ने 8, AAP ने 6, और कांग्रेस ने 5 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. 12 खाली वार्डों में से BJP के पास पहले नौ सीटें थीं, जबकि AAP के पास चांदनी चौक, दक्षिणी पुरी और चांदनी महल सीटें थीं. मौजूदा समय में MCD में BJP के 116 और AAP के 98 पार्षद हैं. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पूर्व वार्ड में BJP की अनीता जैन और AAP की बबीता अहलावत के बीच कड़ा मुकाबला है.
मेयर चुनाव पर पड़ेगा असर?
एमसीडी उपचुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. नतीजे इस बात का संकेत देंगे कि नागरिक सेवाओं, ई-बसेस, सफाई और अन्य मुद्दों पर दिल्ली की जनता का रुझान किस ओर है. इन नतीजों का असर अगले मेयर चुनाव की सत्ता-संतुलन पर भी पड़ सकता है, जहां बीजेपी अपने शासन और सेवाओं को अपना मुख्य आधार बता रही है तो वहीं AAP का दावा है कि एमसीडी में उसके बाहर होने के बाद सेवाओं में गिरावट आई है.
अनमोल नाथ