UP की इन सीटों पर लोगों ने कांग्रेस को कम, NOTA को दिए अधिक वोट

उत्‍तर प्रदेश में कांग्रेस को कुल मिलाकर 2 सीट मिली हैं. पार्टी का प्रदर्शन पिछले दो विधानसभा चुनावों के मुकाबले भी काफी खराब रहा. कई सीटों पर तो कांग्रेस NOTA से भी पीछे रह गई गई.

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प्रियंका गांधी (AP) प्रियंका गांधी (AP)

Krishan Kumar

  • नई दिल्‍ली ,
  • 11 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST
  • यूपी में कांग्रेस महज 2 सीटों पर सिमटी
  • रामपुर खास और फरेंदा में मिली जीत

 NOTA vs Congress UP Election Result 2022: उत्‍तर प्रदेश में फिर योगी सरकार आ गई है. बीजेपी को अकेले 255 सीटें मिली हैं. वहीं कांग्रेस को यूपी में महज 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा.

यूपी में 10 से ज्‍यादा सीटें ऐसी रहीं जहां कांग्रेस को NOTA से भी कम वोट मिले हैं. कांग्रेस की स्थिति यूपी में लगातार खराब होती जा रही है. कांग्रेस ने यूपी चुनाव में जो दो सीट जीती हैं. उनमें प्रतापगढ़ की रामपुर खास सीट शामिल है, जो कांग्रेस का अजेय दुर्ग रही है. यहां से कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना ने जीत दर्ज की.

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महाराजगंज की फरेंदा विधानसभा सीट से बेहद कांटे के मुकाबले में कांग्रेस के वीरेंद्र चौधरी ने बीजेपी के बजरंग बहादुर को 1,246 वोटों से परास्‍त किया. 

2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 7 सीटें जीतीं थी, वहीं 2012 में कांग्रेस के खाते में 22 सीटें थीं. हालांकि इस बार कांग्रेस ने ये चुनाव प्रियंका गांधी के नेतृत्‍व में लड़ा था, जिसमें महिला प्रत्‍याशियों को खूब टिकट बांटें गए थे.

महिलाओं के लिए कांग्रेस ने अपने मेनिफिस्‍टो में भी कई बड़ी घोषणाएं की थीं. कांग्रेस की इस चुनाव में कैंपेन लाइन "लड़की हूं, लड़ सकती हूं" था. महिलाओं को लेकर जिस तरह के वादे कांग्रेस ने किए थे, उसकी कई राजनैतिक विश्‍लेषकों ने तारीफ की थी. हालांकि, चुनावी नतीजों पर इसका असर नजर नहीं आया. 

नोटा पड़ा कांग्रेस पर भारी 
यूपी के वोट शेयर की की बात की जाये तो NOTA के बटन पर 637,304 लोगों ने वोट दिया. जो कुल वोट शेयर का 0.7% रहा. अब बताते हैं आपको उन सीट के बारे में जहां कांग्रेस के उम्‍मीदवारों को नोटा से भी कम वोट मिले. 

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  • एटा की अलीगंज सीट पर सुभाष चंद्रा को 1031 वोट मिले. वहीं NOTA को 1263 वोट मिले.
  • अमरोहा सीट से कांग्रेस ने सलीम खान को टिकट दिया था, यहां 971 लोगों ने NOTA के पक्ष में वोटिंग की.
  • संभल जिले की असमोली सीट पर सपा की पिंकी सिंह को जीत मिली, कांग्रेस के मरगूब आलम को 1511 वोट मिले, वहीं NOTA के पक्ष में 1788 लोगों ने मतदान किया.
  • औरेया सीट से कांग्रेस ने सरिता दोहारे को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन उन्‍हें 1143 तो NOTA के पक्ष में 1192 वोट गए.
  • फतेहपुर जिले की अयाह शाह विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर हेमलता मैदान में थीं,  उन्‍हें 1753 वोट मिले वहीं NOTA के पक्ष में 1884 लोगों ने मतदान किया.
  • प्रतापगढ़ जिले की बाबागंज सीट पर वीना रानी को 1501 तो NOTA के पक्ष में 1959 लोगों ने मतदान किया.
  • बांदा जिले की बबेरु सीट को सपा कैंडिडेट विशंभर सिंह यादव ने जीता. वहीं इस सीट से कांग्रेस के गजेंद्र सिंह पटेल को कुल 2112 तो NOTA के पक्ष में 3047 लोगों ने मतदान किया. 
  • बांदा सीट को बीजेपी के प्रकाश द्विवेदी ने जीता, इस सीट पर कांग्रेस उम्‍मीदवार लक्ष्‍मीनारायण थे. लक्ष्‍मीनारायण को 1894 तो NOTA के पक्ष में 1991 वोट गए.
  • चित्रकूट सीट पर कांग्रेस की उम्‍मीदवार  निर्मला को भी NOTA से कम वोट मिले. यही हाल कांग्रेस की कैसरगंज में कैंडिडेट गीता देवी और मौरानिपुर विधानसभा सीट पर भगवान दास के साथ हुआ.
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राज्‍यवार NOTA का क्‍या रहा हाल 

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पांच राज्‍यों में हुए विधानसभा चुनाव में NOTA यानि None of the above का बटन काफी लोगों ने दबाया. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर जो डाटा मौजूद है, उसके अनुसार- मणिपुर में करीब 10,349 लोगों ने NOTA के पक्ष में वोटिंग की. ये कुल वोटिंग का 0.6 प्रतिशत रहा. इसी तरह गोवा में NOTA के पक्ष में 10,629 लोगों ने वोटिंग की, जो टोटल वोट का 1.1 प्रतिशत रहा. उत्‍तराखंड में EVM पर 46,830 लोगों ने NOTA पर बटन दबाया. जो 0.9 रहा. वहीं पंजाब में 110,308 वोटर्स ने NOTA के पक्ष में मतदान किया. जो कुल वोटिंग का 0.9 प्रतिशत रहा. 

 

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