लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दिन पहले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कहा था कि हमें रेस के घोड़े और बारात के घोड़े को अलग करना होगा. उन्होंने लंगड़े घोड़े की एक तीसरी श्रेणी भी बताई थी. उनके इस बयान पर अब सियासत तेज होती दिख रही है. राहुल गांधी के इस बयान पर भड़के शिवसेना नेता संजय निरुपम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपनी पुरानी पार्टी पर हमला बोला है. कभी कांग्रेस में रह चुके अब शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने राहुल गांधी की बातों को अहंकार उगलने वाला बताया है.
संजय निरुपम ने अपने एक्स हैंडल से पोस्ट कर कहा है कि जब नेता अपनी पार्टी के नेताओं को घोड़ों की संज्ञा देने लगे, उन्हें घोड़ों की विभिन्न प्रजाति में वर्गीकृत करने लगे, तो अनुमान लगा लीजिए कि कांग्रेस में बचे-खुचे नेताओं का कितना सम्मान है. उन्होंने कहा कि कभी राहुल गांधी को मैं भी चाहता था, अब आश्चर्य होता है. संजय निरुपम ने कहा कि समझ में नहीं आता कि उन्हें (राहुल गांधी को) यह सब आइडिया देता कौन है? इस तरह की अहंकार उगलने वाली बातों से पार्टी पुनर्जीवित नहीं होगी, बल्कि और अधिक खंड-खंड हो जाएगी.
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उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में आगे यह भी कहा कि लगता है कांग्रेस गाजा बन गई है और राहुल गांधी इजरायल. यह कांग्रेस के सर्वनाश के लक्षण हैं. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने भोपाल में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक में कहा था कि कांग्रेस पार्टी कभी-कभी रेस के घोड़े को बारात में भेज देती है, जैसा कि कमलनाथ जी ने कहा. और कभी-कभी बारात के घोड़े को रेस में खड़ा कर देती है. उन्होंने कहा था कि एक तीसरी श्रेणी भी है- लंगड़े घोड़े की. राहुल गांधी ने कहा था कि हमें यह छांटना है कि लंगड़ा कौन है, बारात वाला कौन है और रेस वाला कौन है.
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लोकसभा में विपक्ष के नेता ने कहा था कि रेस वाले घोड़े को रेस में भेजना है, बारात वाले को बारात में और लंगड़े घोड़े को रिटायर कर देना है. उसे कहना है कि घास खाओ और दूसरों को परेशान मत करो, वरना कार्रवाई करनी पड़ेगी. बता दें कि राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में संगठन सृजन अभियान का शुभारंभ करने के बाद यह भी कहा था कि ऐसे नेताओं की पहचान की जाए, जो कांग्रेस में रहकर बीजेपी की मदद करते हैं. उन्होंने पार्टी नेताओं को गुटबाजी खत्म करने का भी सख्त संदेश दिया था.
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