'भारत में लोकतंत्र खत्म हो रहा. विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे. संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा...' कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ये शब्द लंदन में कहे थे. अब इन शब्दों को लेकर देश में सियासत तेज हो गई है. संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च को शुरू होते ही शोर-शराबे की भेंट चढ़ गया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद राहुल गांधी के बयान पर बिफर उठे. वे देश का अपमान करने पर राहुल से माफी मांगने की मांग पर अड़ गए.
वहीं कांग्रेस ने मांफी मांगने से इनकार कर दिया है. वह सरकार को हिंडनबर्ग से जुड़े अडानी मुद्दे पर घेरने में जुट हुई है. कांग्रेस अडानी मामले में जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) जांच की मांग कर रही है. अब हालात यह बन गए हैं कि पक्ष-विपक्ष अपनी-अपनी मांगों को लेकर अड़ गए हैं. विपक्ष यह आरोप लगाने लगा है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि सरकार ही सदन की कार्यवाही नहीं चलने दे रही.
राहुल ने लंदन में ये दिया था बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पिछले दिनों ब्रिटेन दौरे पर थे. इस दौरान राहुल ने जर्नलिस्ट एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में कहा था, 'अगर यूरोप से तीन या 4 गुना बड़े देश में लोकतंत्र खत्म हो जाता है, तो आप कैसे रिएक्ट करेंगे. असल में भारत में ऐसा हो चुका है, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है. इसकी वजह यह है कि कारोबार और पैसे का मामला है. अमेरिका से आबादी में तीन से 4 गुना बड़े देश में लोकतंत्र समाप्त हो रहा है और इसकी रक्षा करने का दावा करने वाले अमेरिका और यूरोप चुपचाप देख रहे हैं. विपक्ष के तौर पर हम लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन यह अकेले भारत की जंग नहीं है. यह पूरे लोकतंत्र का एक संघर्ष है.
राहुल ने इससे पहले कैम्ब्रिज में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है. हम लोग एक निरंतर दबाव महसूस कर रहे हैं. विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे हैं. मेरे ऊपर कई केस किए गए. ऐसे मामलों में केस किए गए, जो बनते ही नहीं. हम अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं. मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा हो गया है. दलित और अल्पसंख्यकों पर, आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं. संसद में बोलने नहीं दिया जाता. विपक्षी नेता जब बोलते हैं तो उनके माइक बंद कर दिए जाते हैं. भारत में किसी भी यूनिवर्सिटी में मुझे बोलने नहीं दिया जाता.
राहुल पर जमकर बरसे बीजेपी सांसद
केंद्र सरकार ने राहुल गांधी को घेरने के लिए अपने मंत्रियों को मैदान में उतार दिया है. सदन की कार्यवाही के दौरान पिछले दो दिन में बीजेपी के पांच मंत्रियों ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. वे कांग्रेस नेता से लंदन में दिए बयान पर माफी मांगने के लिए कह रहे हैं. जानते हैं इन मंत्रियों ने राहुल पर क्या बोला हमला-
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- 'राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया है. मैं मांग करता हूं कि उनके बयानों की इस सदन के सभी सदस्यों द्वारा निंदा की जानी चाहिए और उन्हें सदन के सामने माफी मांगने के लिए कहा जाना चाहिए.'
- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा- 'बड़े शर्मनाक तरीके से में एक विपक्षी नेता ने विदेश में जाकर भारत की न्यायपालिका, सेना, चुनाव आयोग और सदन का अपमान किया. विपक्षी नेता ने गलत आरोप लगाए हैं. उन्हें सदन में आकर देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.'
- संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा-' राहुल गांधी ने भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाए. वे लंदन जाकर यूरोप और अमेरिका से भारत के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करने की मांग करते हैं, हम इसकी निंदा करते हैं. राहुल गांधी में थोड़ी भी शर्म बची है तो उन्हें सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए.'
- केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर बोले- कांग्रेस के समय मीडिया को बंद किया गया और अब राहुल गांधी देश से बाहर जाकर भारत को दुनियाभर में बदनाम कर रहे हैं. उन्हें देश की सीमा पर तैनात भारतीय जवानों, महिलाओं, मजदूरों से भी माफी मांगनी चाहिए.
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा-' राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया, जिसका इतिहास भारत को गुलाम बनाने का रहा है. भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने ये खेद व्यक्त किया कि क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलती हैं. राहुल गांधी माफी मांगें, देश को रौंदने का काम करेंगे तो देश जवाब मांगेगा.'
राहुल की छवि खराब करने को रची साजिश
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एक बार फिर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिख दिया. उन्होंने लिखा- सदन में सरकार द्वारा प्रायोजित व्यवधान के संबंध में मैं आपको यह दूसरा पत्र लिख रहा हूं. मुझे यह देखकर निराशा हुई कि 13 मार्च को सदन जब फिर से शुरू हुआ है, तो सदन में सरकार की वजह से कार्यवाही प्रभावित हो गई. मुझे ऐसा लग रहा है कि सत्ताधारी पार्टी की ओर से किसी विपक्षी पार्टी के एक सदस्य (राहुल गांधी) की छवि खराब करने के लिए सोची-समझी साजिश रची गई है.
कांग्रेस नेता ने लिखा- मंत्री भी संसद की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. विपक्षी दलों के नेताओं की आवाज ही नहीं सुनी जा रही है. ट्रेजरी बेंच के सदस्य रुकावट डाल रहे हैं. सदन को बाधित करने में मंत्री मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. विपक्षी सदस्यों के सभी माइक बंद करना राहुल गांधी के बयान, 'भारत में अक्सर विपक्षी सदस्यों के माइक बंद कर दिए जाते हैं', की पुष्टि करता है.
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