कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई बातचीत के मुद्दे पर सरकार को घेरते-घेरते कुछ ऐसा कह दिया, कि भारतीय जनता पार्टी ने इसे मुद्दा बना लिया. जयराम रमेश के बयान में तथ्यात्मक गलती को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने हमला बोला, जिसके बाद उन्हें गलती माननी पड़ी. जयराम रमेश ने बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मैं नॉन बॉयोलॉजिकल नहीं हूं. मुझसे एक गलती हुई और मैंने उसे तुरंत सुधारा.
जयराम ने कर दी क्या गलती
जयराम रमेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बातचीत को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. उन्होंने कहा कि आज खबर आई है कि प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच में 35 मिनट की एक फोन कॉल हुई है. प्रधानमंत्री ने क्या कहा, विदेश सचिव ने उसे देश के सामने रखा है. जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप ने भी प्रेस नोट निकाला है कि मैंने क्या बात की. राष्ट्रपति ट्रंप ने जो कहा है कि हमने ये बातचीत की और जो हमें कहा जाता है कि प्रधानमंत्री ने ये बातचीत की, उसमें जमीन-आसमान का फर्क है.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि हमने द्विपक्षीय व्यापार पर बात की. भारत जो हथियार खरीदेगा, उसके बारे में बातचीत हुई. जयराम रमेश ने कहा कि हमारे विदेश सचिव ने जो नोट निकाला है, उसमें इसके बारे में कुछ नहीं कहा गया है. उन्होंने कहा कि इसका एक ही हल है. प्रधानमंत्री सर्वदलीय बैठक बुलाएं और कहें कि हमने राष्ट्रपति ट्रंप से 35 मिनट की फोन कॉल में यह कहा, यह कहा, यह कहा. गौरतलब है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच ताजा बातचीत को लेकर व्हाइट हाउस की तरफ से कोई बयान अब तक नहीं आया है. जयराम रमेश पुराना बयान पढ़ गए थे.
जयराम रमेश जन्मजात झूठे- बीजेपी
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इसे लेकर जयराम रमेश पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जयराम रमेश जन्मजात झूठे हैं, बिल्कुल राहुल गांधी की तरह. अब वे एक और झूठ फैला रहे हैं कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री का बयान, अमेरिका के नोट से मेल नहीं खाता. अमित मालवीय ने कहा कि जयराम रमेश अपना फोन नाटकीय तरीके से लहरा रहे हैं, लेकिन यहां एक पेच है. वह व्हाइट हाउस के जिस नोट का उल्लेख कर रहे हैं, वह जनवरी 2025 का है. हालिया बातचीत को लेकर अमेरिका की ओर से अब तक कोई बयान जारी नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसकी ट्रोल सेना इस तथ्य को बिल्कुल भी पचा नहीं पा रही है कि पीएम मोदी ने ट्रंप से साफ शब्दों में कहा है- भारत किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेगा और ना ही इसकी जरूरत है. पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने को लेकर फैसला पाकिस्तान के अनुरोध पर डीजीएमओ स्तर की बातचीत के बाद हुआ था. अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस को नैरेटिव के लिए भारत की मजबूत विदेश नीति को बदनाम करना बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज भारत एक उभरती ताकत, वैश्विक व्यवस्था में एक चमकता सितारा है. कोई भी झूठ इस सच्चाई को झुठला नहीं सकता.
यह भी पढ़ें: बंद कमरे में लंच, ट्रंप और मुनीर की 'सीक्रेट' मीटिंग... PAK आर्मी चीफ को इतना क्यों पुचकार रहे US प्रेसिडेंट?
जयराम रमेश ने विदेश नीति पर घेरा
जयराम रमेश ने दोबारा बयान जारी किया, जिसमें यह कहा गया कि अमेरिका का बयान आना अभी बाकी है. उन्होंने विदेश नीति को लेकर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पहलगाम हमले से पहले भड़काऊ बयान देने वाले आसिम मुनीर को ट्रंप ने व्हाइट हाउस में भोजन पर बुलाया है. भारत का डेलिगेशन तो सिर्फ अमेरिकी उप राष्ट्रपति से मिला था, लेकिन मुनीर राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बैठेंगे. जयराम रमेश ने कहा कि अमेरिका तो पाकिस्तान को अपना विशेष साथी मान रहा है. ट्रंप ने 14 बार कहा कि मेरी मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुका. ये तो झटका है विदेश नीति के लिए.
aajtak.in