'अपने नेताओं पर अनुशासन और शिष्टाचार लागू करें', राहुल गांधी के खिलाफ विवादित टिप्पणी पर PM मोदी को खड़गे का पत्र

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को कहा था कि अगर बम बनाने वाले लोग राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, तो वह नंबर एक आतंकवादी हैं. भाजपा की यूपी सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने कथित तौर पर बिट्टू जैसी ही टिप्पणी की. इससे पहले, भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने कथित तौर पर गांधी के खिलाफ धमकी वाली टिप्पणी की थी.

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मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों द्वारा राहुल गांधी को निशाना बनाकर दिए गए आपत्तिजनक बयानों का मुद्दा उठाया और उनसे अपने नेताओं को अनुशासित करने का आग्रह किया. मोदी को लिखे अपने पत्र में खड़गे ने जोर देकर कहा कि ऐसे बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को पतित होने से रोका जा सके और कुछ भी अप्रिय न हो.

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कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "मैं आपका ध्यान एक ऐसे मुद्दे की ओर आकर्षित करना चाहता हूं जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है. आपको पता होना चाहिए कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और असभ्य बयान लगातार दिए जा  रहे हैं." 

खड़गे ने रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह की टिप्पणियों का स्पष्ट संदर्भ देते हुए कहा, "मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी और आपके सहयोगियों के नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली हिंसक भाषा भविष्य के लिए हानिकारक है. दुनिया हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के एक मंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता को नंबर एक आतंकवादी कह रहे हैं."

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बता दें कि केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रविवार को कहा था कि अगर बम बनाने वाले लोग राहुल गांधी का समर्थन कर रहे हैं, तो वह नंबर एक आतंकवादी हैं. भाजपा की यूपी सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने कथित तौर पर बिट्टू जैसी ही टिप्पणी की. इससे पहले, भाजपा नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने कथित तौर पर गांधी के खिलाफ धमकी वाली टिप्पणी की थी.

पीटीआई के मुताबिक हिंदी में मोदी को लिखे अपने पत्र में खड़गे ने कहा कि भारतीय संस्कृति अहिंसा, सद्भाव और प्रेम के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है. उन्होंने कहा, "हमारे नायकों ने राजनीति में इन्हें मानक के रूप में स्थापित किया. गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के दौरान ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था. आजादी के बाद संसदीय क्षेत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक असहमति का लंबा इतिहास रहा है. इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया है." 

उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता और नेता बहुत उत्तेजित और चिंतित हैं. खड़गे ने कहा, "ऐसी नफरत फैलाने वाली ताकतों के कारण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी. सत्तारूढ़ दल का यह राजनीतिक व्यवहार लोकतांत्रिक इतिहास में असभ्यता का उदाहरण है. मैं आपसे अनुरोध करता हूं और उम्मीद करता हूं कि आप अपने नेताओं पर अनुशासन और शिष्टाचार लागू करें. उन्हें उचित व्यवहार करने का निर्देश दें. ऐसे बयानों के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को पतित होने से रोका जा सके. कुछ भी अप्रिय न हो. मुझे विश्वास है कि आप इन नेताओं को हिंसक बयान देने से तुरंत रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे."

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