'महात्मा गांधी की विरासत को है खतरा', CWC बैठक में सोनिया गांधी का संदेश

कर्नाटक के बेलगावी में गुरुवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में साल 2025 के लिए राजनीतिक और चुनावी चुनौतियों के लिए एक योजना तैयार की गई है और महात्मा गांधी की विरासत की रक्षा करने का भी संकल्प लिया है.

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कांग्रेस नेता सोनिया गांधी. (फाइल फोटो) कांग्रेस नेता सोनिया गांधी. (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • बेंगलुरु,
  • 26 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:56 PM IST

महात्मा गांधी के कांग्रेस के अध्यक्ष पद संभालने की 100वीं वर्षगांठ के मौके पर पार्टी ने कर्नाटक के बेलगावी में गुरुवार को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में साल 2025 के लिए राजनीतिक और चुनावी चुनौतियों के लिए एक योजना तैयार की गई है और महात्मा गांधी की विरासत की रक्षा करने का भी संकल्प लिया है.

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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी समेत शीर्ष नेताओं ने बैठक में भाग लिया. इस बैठक में आने वाली चुनौतियों को लेकर तैयार रहने के लिए कार्य योजना पर फैसला किया जाएगा. ऐतिहासिक संदर्भों से ओत-प्रोत यह बैठक उसी स्थान पर शुरू हुई, जहां 100 साल पहले महात्मा गांधी ने पार्टी की अध्यक्षता संभाली थी.

सोनिया गांधी ने दिया संदेश

बैठक में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने नेताओं को संदेश देते हुए कहा कि देश में महात्मा गांधी की विरासत को सत्ता पर बैठे लोगों से खतरे है. इन संगठनों ने कभी भी हमारी आज़ादी के लिए लड़ाई नहीं लड़ी. उन्होंने गांधी का विरोध किया. उन्होंने एक जहरीला माहौल बनाया, जिसके कारण उनकी हत्या हुई. वे उसके हत्यारों का महिमामंडन करते हैं.

उन्होंने कहा कि देश भर में विभिन्न स्थानों पर गांधीवादी संस्थानों पर हमले हो रहे हैं. इसलिए यह भी उचित है कि इस बैठक को नवसत्याग्रह बैठक कहा जाए. उन्होंने बैठक में शामिल न होने पर खेद जताते हुए कहा कि मुझे खेद है, मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर आप सबके बीच उपस्थित नहीं हो सकी.

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वहीं, 1924 के कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए पार्टी द्वारा प्रदर्शित पोस्टरों पर भारत के मानचित्र की कथित गलत प्रस्तुति पर विवाद छिड़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इसे "वोट बैंक" की राजनीति करार दिया है.

कांग्रेस ने कहा है कि महात्मा गांधी द्वारा सबसे पुरानी पार्टी की कमान संभालने के 100 साल पूरे होने का जश्न मनाने के कार्यक्रमों से भाजपा बुरी तरह घबरा गई है. 

इससे पहले कांग्रेस ने कहा था कि वह महात्मा गांधी की विरासत की रक्षा, संरक्षण और बढ़ावा देने के लिए खुद को फिर से समर्पित करेगी. जो वैचारिक भाईचारे द्वारा एक व्यवस्थित हमले का सामना कर रहा है, जिसने उन्हें कड़ी टक्कर दी. 

विपक्षी दल ने दावा किया है कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बीआर अंबेडकर के "अपमान" पर बेलगावी में विचार-विमर्श किया जाएगा और इस मुद्दे पर "मजबूत अनुवर्ती कार्रवाई" की जाएगी.

एक्स पर एक पोस्ट में पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "महात्मा गांधी ने 26 दिसंबर, 1924 को कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था. 100 साल पहले जिसे तब बेलगाम कहा जाता था, जो अब बेलगावी है. यह एक ऐतिहासिक था सत्र."

उन्होंने कहा कि आज विस्तारित कार्य समिति उसी स्थान पर अपनी नव सत्याग्रह बैठक आयोजित कर रही है. यह महात्मा गांधी की विरासत की रक्षा, संरक्षण और प्रचार करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करेगी. जिस पर वैचारिक भाईचारे द्वारा व्यवस्थित हमला किया जा रहा है, जिसने उनसे डटकर मुकाबला किया और वह जब संविधान को अपनाया गया तो उस पर हमला किया गया.

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स्कूल की लड़ियों ने गया था वंदे मातरम

कांग्रेस नेता ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 39वां सत्र 100 साल पहले इसी दिन बेलगावी में धारवाड़ के नेशनल स्कूल की लड़कियों के एक ग्रुप द्वारा वंदे मातरम गाने के साथ शुरू हुआ था.

उन्होंने बताया कि तब एक 11 वर्षीय लड़की ने उदयवगली नम्मा चेलुवा कन्नड़ नाडु (उदय, हमारी प्यारी कन्नड़ भूमि) गीत गाया. यह गीत विशेष रूप से कांग्रेस के लिए तैयार किया गया था और इस अवसर पर पहली बार इसे राज्य गान के रूप में इस्तेमाल किया गया था. यह 11 साल की लड़की गंगूबाई हंगल आगे चलकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की महान हस्ती बन गई सुरीली अतुलनीय गंगूबाई हंगल.

मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर होगी चर्चा

इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव संगठन वेणुगोपाल ने कहा कि विस्तारित सीडब्ल्यूसी बैठक में देश में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम और संविधान और इसके निर्माता, अंबेडकर पर भाजपा के कथित हमले पर चर्चा होगी.

वेणुगोपाल ने कहा कि देश के सामने आने वाले कई मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के बाद, कांग्रेस उन्हें संबोधित करने और संविधान पर भाजपा के कथित हमले का मुकाबला करने के लिए "स्पष्ट" विचारों के साथ सामने आएगी.

उन्होंने मीडिया से कहा, 'आज महात्मा गांधी के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षता की 100वीं वर्षगांठ है. इस अवसर को मनाना देश भर के सभी कांग्रेसियों के लिए गर्व का क्षण है.'

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वेणुगोपाल और एआईसीसी मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा के साथ मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि विस्तारित सीडब्ल्यूसी बैठक को 'नव सत्याग्रह बैठक' नाम दिया गया है, जिसमें दो प्रस्ताव पारित किए जाएंगे. 27 दिसंबर को बेलगावी में "जय बापू, जय भीम, जय संविधान" रैली आयोजित की जाएगी.

सीडब्ल्यूसी सदस्य, स्थायी आमंत्रित सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य, राज्य के सीएलपी नेता, संसदीय दल के पदाधिकारी और पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित लगभग 200 नेता "ऐतिहासिक सत्र" में भाग ले रहे हैं.

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