'सबूत लेकर कोर्ट क्यों नहीं गए?', राहुल गांधी के फर्जी वोटर वाले आरोप पर बीजेपी का पलटवार

संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर संवैधानिक संस्थाओं को धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दी कि यदि जवाब नहीं मिला तो ‘घातक परिणाम’ होंगे.

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बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा (File Photo: ITG) बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 6:11 PM IST

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनावी प्रक्रिया और वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों को लेकर उठाए गए सवालों पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखा पलटवार किया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को बार-बार निशाना बनाने का आरोप लगाया.

संबित पात्रा ने कहा, “राहुल गांधी ने आज जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उसमें दो बातें साफ झलकती हैं- एक तकनीकी और एक राजनीतिक. तकनीकी सवाल चुनाव आयोग से जुड़े हो सकते हैं, लेकिन राहुल गांधी का असली मकसद राजनीतिक था, बीजेपी को घेरने का. जब राहुल गांधी जीतते हैं, तब चुनाव आयोग में गड़बड़ी नहीं दिखती, लेकिन हारते ही वही संस्थाएं सवालों के घेरे में आ जाती हैं.”

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उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने आज तक कोई भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है, जहां उन्हें जीत मिली है. यह भी देश की जनता देख रही है. आप जब हिमाचल जीतते हैं तब नहीं कहते कि चुनाव आयोग ने अच्छा काम किया. उस समय आपको फर्जीवाड़ा नजर नहीं आता है और न ही बधाई देते हैं. उस समय आप न्यूट्रल हो जाते हैं. तेलंगाना में आपका मुख्यमंत्री बनता है, बीजेपी हार जाती है. उस समय की कोई भी प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखा दें कि राहुल गांधी ने कहा हो कि तेलंगाना में चुनाव आयोग ने फर्जीवाड़ा किया है. जब आपको लोकसभा चुनाव में 99 सीट मिलती हैं तो आप सेलिब्रेट करते हैं और कहते हैं कि हमारी जीत हो गई. कैसे? यदि देश का लोकतंत्र हार गया तो आप सेलिब्रेट किस बात का कर रहे हैं?

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संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर संवैधानिक संस्थाओं को धमकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को अप्रत्यक्ष रूप से धमकी दी कि यदि जवाब नहीं मिला तो ‘घातक परिणाम’ होंगे. उन्होंने यहां तक कह दिया कि भविष्य में जब विपक्ष सरकार में आएगा, तब एक-एक अधिकारी को नहीं छोड़ा जाएगा. यह भाषा विपक्ष के नेता की नहीं, दबाव की राजनीति करने वाले नेता की है.”

यहां देखें बीजेपी की पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस-

पात्रा ने यह भी सवाल उठाया कि जब राहुल गांधी के पास सबूत थे तो उन्होंने कोर्ट का रुख क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा कि राहुल ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उससे पहले चुनाव आय़ोग के पास क्यों नहीं गए? उन्हें कल 8 तारीख को जाना था आयोग के पास लेकिन एक दिन पहले ही पीसी कर दी. इतना ही नहीं, महाराष्ट्र के चुनाव को लेकर जब नवंबर 2024 में राहुल गांधी ने आपत्ति दर्ज की तो दिसबंर में ही चुनाव आयोग ने चिट्ठी लिखकर बुला लिया था कि राहुल जी आप आइए और इस पर बात करते हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस के 28420 बीएलए थे. इन्होंने तब क्यों आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी? चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को हर तरह की सुविधा दी आपत्ति दर्ज कराने की लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.

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बीजेपी नेता ने कहा कि आज भी चुनाव आयोग ने एक चिट्ठी जारी की. इसके दूसरे पार्टी में चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से कहा कि जो डेटा आपने पेश किया है, उसकी जांच करने के लिए हम तैयार हैं लेकिन इन सभी सबूतों को आप शपथ पत्र के साथ दें. इस पर राहुल गांधी कहते हैं कि मेरे शब्द ही मेरी शपथ है. आप कहते थे चीन ने हमारी जमीन हड़प ली है. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर सवाल पूछ लिया कि क्या आप सच्चे भारतीय हैं? और प्रियंका वाड्रा कहती हैं जज कौन हैं ये कहने वाले? दोनों भाई-बहन की तानाशाही है. राफेल के विषय में इन्हें तीन बार माफी मांगनी पड़ी थी. सुप्रीम कोर्ट में लिखित में टिप्पणी करने पर माफी मांगनी पड़ी थी.

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