तमिलनाडु बीजेपी में बड़े नेतृत्व बदलाव की तैयारी? अमित शाह के दौरे के बाद हो सकता है ऐलान

अमित शाह की गुरुमूर्ति से मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. ये वही गुरुमूर्ति हैं, जिनके 'धर्मयुद्ध' ने AIADMK को दो हिस्सों में बांट दिया. शशिकला को बाहर करने, कथित तौर पर रजनीकांत की राजनीतिक स्थिति को परखने की इच्छा और यहां तक ​​कि अन्नामलाई को अपना डिप्टी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

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अमित शाह (फाइल फोटो) अमित शाह (फाइल फोटो)

प्रमोद माधव

  • चेन्नई,
  • 10 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 10:56 PM IST

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की चेन्नई यात्रा के बाद तमिलनाडु बीजेपी में बड़े नेतृत्व परिवर्तन की घोषणा की संभावना जताई जा रही है. शुक्रवार को प्रस्तावित इस दौरे में अमित शाह का राज्य के बीजेपी नेताओं के साथ एक निजी होटल में अहम बैठक, दो मंदिरों में दर्शन और RSS विचारक एस गुरुमूर्ति से मुलाकात शामिल है.

क्या हो रहा है तमिलनाडु बीजेपी में?

अमित शाह का ये दौरा बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि ये उस दिन होगा जब उम्मीदवार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करेंगे, जिससे यह सवाल भी उठ रहा है कि दक्षिण में पार्टी के पोस्टर बॉय अन्नामलाई को बदला जाएगा या नहीं.

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AIADMK की भूमिका और EPS की नाराज़गी

बीजेपी भले ही इस घटना को सामान्य बता रही हो लेकिन आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक AIADMK महासचिव एडापडी के. पलानीस्वामी (EPS) की हाल ही में अमित शाह से मुलाकात में अन्नामलाई को हटाने, बदलने या सीमित करने की मांग की गई थी. बैठक के बाद EPS का व्यवहार यह संकेत देता है कि उनकी बातों को गंभीरता से लिया गया है.

नियम और उम्मीदवार

इसी बीच अन्नामलाई ने कहा कि कोई भी व्यक्ति गृहमंत्री से मिलकर कानून-व्यवस्था के बारे में चर्चा कर सकता है, लेकिन घटनाक्रम तेजी से इस हद तक आगे बढ़ा कि अन्नामलाई ने घोषणा कर दी कि वह अब राज्य नेतृत्व की दौड़ में नहीं हैं. संभावित नामों में अन्नामलाई, नयनार नागेन्द्रन, तमिलिसाई सुंदरराजन और वनाथी श्रीनिवासन शामिल थे. हालांकि बीजेपी के मौजूदा नियमों के तहत केवल वही उम्मीदवार अध्यक्ष पद के लिए खड़े हो सकते हैं, जो कम से कम 10 साल से पार्टी के प्राथमिक सदस्य हों. अन्नामलाई (2021) और नागेन्द्रन (2017) इस मानदंड को पूरा नहीं करते. सूत्रों ने यह भी कहा कि आवश्यकता के आधार पर नियमों में बदलाव किया जा सकता है.

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बेहद अहम है गुरुमूर्ति की भूमिका 

अमित शाह की गुरुमूर्ति से मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. ये वही गुरुमूर्ति हैं, जिनके 'धर्मयुद्ध' ने AIADMK को दो हिस्सों में बांट दिया. शशिकला को बाहर करने, कथित तौर पर रजनीकांत की राजनीतिक स्थिति को परखने की इच्छा और यहां तक ​​कि अन्नामलाई को अपना डिप्टी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अन्नामलाई ने भी गुरुवार को गुरुमूर्ति से मुलाकात की, लेकिन सूत्रों का कहना है कि एनडीए द्वारा गठबंधन बनाने का ठोस फैसला लिया गया है, जिसमें फिलहाल AIADMK की प्रमुख भूमिका होगी और इसका असर इस बात पर पड़ सकता है कि तमिलनाडु भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष किसे चुना जाता है. 

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