समुद्र में दुश्मनों के होश ठिकाने लगाने वाली स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी 'करंज' को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. मुंबई के मझगांव डॉक पर स्कॉर्पीन श्रेणी की तीसरी पनडुब्बी आइएनएस 'करंज' को लॉन्च किया गया. करंज को पूरी तरह से 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है.
क्या है सबमरीन 'करंज' की खासियतः
इसकी लंबाई 6.75 मीटर, ऊंचाई 12.3 मीटर और वजन 1565 टन है. इस पनडुब्बी की खास बात ये है कि चीन और पाकिस्तान के लिए करंज को अपनी रडार में लेना काफी मुश्किल साबित होगा.
पनडुब्बी 'करंज' जमीन पर हमला करने में भी सक्षम है. साथ ही ये लंबे समय तक पानी में भी ठहर सकती है.
नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की पत्नी रीना लांबा ने पनडुब्बी का जलावतरण किया. पनडुब्बी 'करंज' का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने किया है. इस अवसर पर एडमिरल लांबा ने कहा, ‘‘बेड़े में शामिल किये जाने से पहले एक वर्ष तक यह (पनडुब्बी) कड़े परीक्षणों से गुजरेगी.’’
इसके पहले
प्रॉजेक्ट पी-75 के तहत स्कॉर्पीन सीरीज की छह पनडुब्बियां बनाई जा रही
हैं. डीजल-इलेक्ट्रिक दोनों ही तरह की ताकत से लैस इस पनडुब्बी के आने
के बाद से नौसेना के पास कुल पनडुब्बियां 14 हो जाएगी. कंरज इस सीरीज की
तीसरी पनडुब्बी है.