लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. संसद में अब 22 भाषाओं में अनुवाद की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. पहले से उपलब्ध कन्नड़, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू भाषाओं के साथ अब कश्मीरी, कोकनी और संथाली भाषाओं को भी इसमें शामिल किया गया है.