प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वक्तव्य में देश को आत्मनिर्भर बनाने और 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प को दोहराया. उन्होंने वंदे मातरम के महत्व को समझाते हुए बताया कि यह यात्रा 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा शुरू की गई थी. यह गीत उस समय लिखा गया था जब 1857 की स्वतंत्रता संग्राम के बाद अंग्रेजों की सल्तनत बौखलाई हुई थी और भारत पर अन्याय जारी था.