Assam: डायन कहकर काट दिया महिला का सिर, 10 साल बाद मिला इंसाफ, 4 को उम्रकैद

असम के विश्वनाथ जिले में 2015 में अंधविश्वास के चलते एक महिला को 'डायन' बताकर भीड़ ने बर्बरता से पीटा और सिर काटकर हत्या कर दी थी. इस जघन्य अपराध में 10 साल की सुनवाई के बाद अदालत ने चार दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई. घटना ने उस समय भारी जन आक्रोश भी पैदा किया था.

Advertisement
 (Photo: Representational ) (Photo: Representational )

aajtak.in

  • विश्वनाथ,
  • 22 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 10:22 PM IST

असम के विश्वनाथ जिले की एक अदालत ने एक बेहद संवेदनशील और चर्चित मामले में 10 साल बाद फैसला सुनाया है. यह मामला 2015 में हुए एक बर्बर हत्या का है, जिसमें अंधविश्वास के चलते एक महिला को डायन बताकर न केवल पीटा गया, बल्कि उसका सिर भी धड़ से अलग कर दिया गया था. मंगलवार को बिस्वनाथ के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुमुद बोरुआ ने चार आरोपियों को दोषी मानते हुए उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई.

Advertisement

सार्वजनिक अभियोजक जाह्नवी कलिता के मुताबिक, यह हृदयविदारक घटना जुलाई 2015 में बिहाली क्षेत्र के भीमाजुली गांव में हुई थी. गांव के कुछ लोगों ने एक महिला पर जादू-टोना करने का आरोप लगाकर पहले उसे बेहरमी से पीटा, फिर उसका सिर काटकर हत्या कर दी. यही नहीं, इस घटना में कई अन्य लोगों को भी पीटा गया और घायल किया गया.

यह भी पढ़ें: अतिक्रमण हटाने गई पुलिस पर गांव वालों ने किया पथराव और फायरिंग, असम के गोलपाड़ा में तनाव, 1 की मौत

इस जघन्य हत्या के बाद पूरे इलाके में जबरदस्त आक्रोश फैल गया था. पुलिस ने इस मामले में 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी. हालांकि, इनमें से कुछ की मुकदमे के दौरान मृत्यु हो गई और कुछ को अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया.

Advertisement

अदालत ने गवाहों और सबूतों के आधार पर यह फैसला सुनाया. सुनवाई के दौरान कोर्टरूम में काफी भीड़ मौजूद रही. यह फैसला अंधविश्वास के खिलाफ एक सख्त संदेश देता है कि किसी भी स्थिति में कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है और अपराध के लिए सख्त सजा दी जाएगी.

---- समाप्त ----

TOPICS:
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement