उत्तराखंड: समय से पहले मॉनसून की एंट्री, सौ फीसदी बारिश का अनुमान, टूटेगा 7 साल का रिकॉर्ड!
उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, शामली और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटों में बारिश होने की संभावना है. इस दौरान कुछ जगहों पर गरज के साथ बिजली भी चमक सकती है.
पंजाब में मॉनसून एक्टिव है. मौसम विभाग ने पंजाब के कई शहरों में 16-17 जून को आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई है. इस बार मॉनसून में सामान्य से अधिक बरसात होने की संभावना है.
दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने करवट ली है. राजधानी के कई इलाकों में हल्की बारिश की वजह से तापमान में भारी गिरावट आई है. जिसके बाद दिल्ली के लोगों को उमस भरी गर्मी से मामूली राहत मिली है.
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 26 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 37 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की दो हाई-टाईड की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक मुंबई में दोपहर के बाद 04 बजकर 13 मिनट पर हाई टाइड आ सकता है. इस दौरान समुंद्र में लहरों की ऊंचाई 4 मीटर तक जा सकती है. इसके अलावा आज (बुधवार) दूसरी हाई टाइड की भी संभावना है, विभाग के मुताबिक मुंबई में दूसरी हाई टाइड बुधवार की रात 10 बजकर 23 मिनट पर आ सकती है. हालांकि, इसका प्रभाव दिन के मुकाबले कम रहेगा और लहरें 2 मीटर तक उठ सकती हैं.
मौसम विभाग (IMD) ने हरियाणा के कई इलाकों में अगले कुछ घंटों में बारिश होने की संभावना जताई है. रेवाड़ी, फर्रुखनगर, सोनीपत में बारिश होने हो सकती है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है. दिल्ली में आज यानी बुधवार को हल्की बारिश की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को आसमान में बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है. इस दौरान गरज के साथ 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं.
16/06/2021: 12:35 IST; Thunderstorm with light to moderate intensity rain and winds with speed of 20-40 Km/h would occur over and adjoining areas of entire Delhi isolated places of North Delhi, North West Delhi ( Bawana, Kanjhawala, Jafarpur, Nazafgarh, Pantnagar) & — India Meteorological Department (@Indiametdept) June 16, 2021
मुंबई में जारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने आज (बुधवार) के लिए भारी बारिश (Heavy Rain) का अलर्ट जारी किया है. विभाग के मुताबिक मुंबई समेत राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि बुधवार के बाद महाराष्ट्र के कई इलाकों में बारिश की रफ्तार और तेज होगी. 17 और 18 जून को कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की पूरी संभावना है.
बिहार में पिछले तीन दिनों का औसत अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमशः 30.7 एवं 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक 20 जून 2021 तक राज्य में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 90 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 80 से 85 प्रतिशत रहने की संभावना है. पूर्वानुमानित अवधि में मुख्यतः पुरवा हवा औसतन 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है.
(समस्तीपुर से जहांगीर आलम का इनपुट)
बिहार के समस्तीपुर में स्थित डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार 16 जून से उत्तर बिहार के कई जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है. हालांकि, 16 जून से 20 जून तक मॉनसून के सक्रिय रहेगा. इस वजह से अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. पूर्वानुमान के मुताबिक कुल 60 से 90 मिली मीटर वर्षा होने का अनुमान है. इस अवधि में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. जबकि न्यूनतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है.
(समस्तीपुर से जहांगीर आलम का इनपुट)
उत्तराखंड के कुमायूं क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) ने इस क्षेत्र में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तराखंड के पिथौरागढ़, बागेश्वर, और चंपावत जिलों में तेज बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने पिथौरागढ़, बागेश्वर और चंपावत में भारी बारिश की आशंका जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
महाराष्ट्र में बारिश की वजह से कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है. जिससे ट्रैफिक की रफ्तार धीमी पड़ी और सड़कों पर लंबा जाम लगा है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक निम्न-स्तरीय ट्रफ रेखा पश्चिमी राजस्थान से लेकर पूर्वी राजस्थान, उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण उत्तर प्रदेश, निम्न दबाव वाले क्षेत्र और गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व तक फैली हुई है. जबकि असम और आस-पास के हिस्सों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है.
उत्तर पश्चिमी झारखंड और उसके आस-पास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं, इससे जुड़ा चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकते हुए मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है.