केरल: कांग्रेस के सीनियर नेता शंकरनारायणन का निधन, कई राज्यों के रहे थे राज्यपाल

कांग्रेस के सीनियर नेता के. शंकरनारायणन का रविवार को उनके आवास पर निधन हो गया. वे पिछले कुछ महीनों से बीमारियों से जूझ रहे थे. उनके निधन पर केरल के राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है.

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कांग्रेस के सीनियर नेता के. शंकरनारायणन. -फाइल फोटो कांग्रेस के सीनियर नेता के. शंकरनारायणन. -फाइल फोटो

aajtak.in

  • पलक्कड़ (केरल),
  • 25 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 7:29 AM IST
  • डेढ़ साल से कई बीमारियों से जूझ रहे थे शंकरनारायणन
  • महाराष्ट्र, झारखंड और नागालैंड के रह चुके थे राज्यपाल

कांग्रेस के सीनियर नेता के शंकरनारायणन का केरल के पलक्कड़ स्थित आवास पर रविवार को निधन हो गया. वे 89 साल के थे. शंकरनारायणन पिछले डेढ़ साल से कई बीमारियों का इलाज करा रहे थे. शंकरनारायणन ने अपने लंबे करियर के दौरान विभिन्न राज्यों के राज्यपाल के रूप में काम किया. वे महाराष्ट्र, नागालैंड और झारखंड के राज्यपाल रहे थे. साथ ही अरुणाचल प्रदेश, असम और गोवा का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था.

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कांग्रेस के सीनियर नेता नारायणन चार बार विधायक रह चुके थे और उन्होंने केरल की विभिन्न सरकारों में वित्त, उत्पाद शुल्क और कृषि विभागों का कार्यभार संभाला था. उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा गया है. आज शाम 5.30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जताया शोक

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विपक्ष के नेता वी डी सतीसन सहित कई अन्य नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने ट्वीट कर लिखा कि महाराष्ट्र, झारखंड और नागालैंड के पूर्व राज्यपाल के शंकरनारायणन के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदना... शंकरनारायणन का नेता, मंत्री और राज्यपाल के रूप में करियर, प्रशासनिक अनुभव और दृढ़ सामाजिक प्रतिबद्धता से चिह्नित था. उनका निधन राष्ट्र और केरल के लिए एक क्षति है.

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वहीं, केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने अपने शोक संदेश में कहा कि शंकरनारायणन ने कांग्रेस पार्टी के नेहरूवादी दृष्टिकोण को बरकरार रखा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि शंकरनारायणन ने नफरत या किसी अन्य सांप्रदायिक विचारों की संगत के बिना सार्वजनिक मुद्दों को संबोधित करते हुए धर्मनिरपेक्षता सहित नेहरूवादी दृष्टिकोण को बरकरार रखा. उन्होंने लंबे समय तक यूडीएफ संयोजक का पद संभाला और हमेशा लोगों के सामने आने वाले मुद्दों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखा.

विपक्ष के नेता सतीसन ने कहा- वे मेरे लिए संरक्षक की तरह थे

विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कहा कि शंकरनारायणन का निधन कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है. वह मेरे लिए एक संरक्षक की तरह थे. उन्होंने 16 वर्षों तक यूडीएफ का नेतृत्व किया. गंभीर राजनीतिक संकट के दौरान भी शंकरनारायणन ने हर चीज का आसानी से सामना किया.

केरल विधानसभा अध्यक्ष एम बी राजेश ने शंकरनारायणन के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि राज्य ने एक वरिष्ठ और लोकप्रिय राजनीतिक नेता खो दिया है. बता दें कि शंकरनारायण की पत्नी राधा का पहले ही निधन हो गया था. उनके परिवार में उनकी बेटी अनुपमा है.

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