राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस एन.वी. अंजारिया, जस्टिस विजय बिश्नोई और जस्टिस ए.एस. चंदुरकर की सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में नियुक्ति के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. राष्ट्रपति ने अलग-अलग हाईकोर्ट के इन जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए वारंट जारी कर दिया है.
बता दें कि CJI जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली कॉलेजियम ने सोमवार को इन तीन हाईकोर्ट के जजों को सुप्रीम कोर्ट में प्रोन्नत करने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी. अब शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे तीनों जज शपथ ग्रहण करेंगे. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गवई उनको पद की शपथ दिलाएंगे. इनकी नियुक्ति से सुप्रीम कोर्ट फिर से अपनी पूर्ण न्यायिक क्षमता- 34 न्यायाधीशों की संख्या तक पहुंच जाएगा.
ये हैं नियुक्त किए गए तीनों न्यायाधीश
- कर्नाटक हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन. वी. अंजारिया
- गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश विजय बिश्नोई
- बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश ए. एस. चंदुरकर
कानून मंत्री ने X पर किया पोस्ट
इनकी नियुक्ति की घोषणा केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने गुरुवार को X पर की. यह नियुक्तियां राष्ट्रपति ने संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों के तहत CJI से परामर्श के बाद की हैं. इन तीनों की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 26 मई को की थी, जो पूर्व CJI संजीव खन्ना, जस्टिस अभय एस. ओका और जस्टिस ऋषिकेश रॉय के सेवानिवृत्त होने के बाद खाली हुई सीटों के लिए की गई थी.
कौन हैं जस्टिस अंजारिया?
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक न्यायमूर्ति एन. वी. अंजारिया का जन्म 23 मार्च 1965 को अहमदाबाद में हुआ था. उन्होंने 1989 में एलएलएम किया. वे 2011 में गुजरात हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त हुए और 2013 में स्थायी न्यायाधीश बने. फरवरी 2024 में उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया.
कौन हैं न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई?
न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई का जन्म 26 मार्च 1964 को जोधपुर में हुआ था. वे 1989 में वकील बने और राजस्थान हाईकोर्ट और केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण में प्रैक्टिस की. 2013 में वे राजस्थान हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त हुए और 2015 में स्थायी न्यायाधीश बने. फरवरी 2024 में उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया.
कौन हैं जस्टिस चंदुरकर?
न्यायमूर्ति ए. एस. चंदुरकर का जन्म 7 अप्रैल 1965 को हुआ. उन्होंने 1988 में वकालत शुरू की और बाद में नागपुर स्थानांतरित होकर विभिन्न अदालतों में प्रैक्टिस की. 2013 में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया.
संजय शर्मा