पश्चिम बंगाल में संदेशखाली के बरमजुर इलाके में महिलाओं के ताजा विरोध-प्रदर्शन के बाद तृणमूल कांग्रेस ने एक नेता को उनके पद से बर्खास्त कर दिया है. महिलाएं टीएमसी के नेता रहे अजीत मैती की तुरंत गिरफ्तारी की मांग कर रही थीं. बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. आरोप है कि वह शाहजहां के करीबी हैं और कथित रूप से जमीन पर कब्जे और वसूली के मामले में शामिल रहे हैं.
बरमजुर इलाके में बड़ी संख्या में महिलाएं अजीत मैती की गिरफ्तारी की मांग के साथ सड़क पर उतरी थीं. इस बीच टीएमसी ने उन्हें उनकी पद से बर्खास्त कर दिया. वह पार्टी के अंचल अध्यक्ष थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, महिलाओं का विरोध देख मैती किसी और के घर में छिप गए. तमाम अपील करने के बाद भी वह उसके घर से नहीं निकले.
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महिलाओं ने चप्पल से की मैती की पिटाई
प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को अजीत मैती के घर में घुसपैठ कर दी थी और उनके साथ हाथापाई भी की थी. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा गया कि प्रदर्शनकारियों ने फेंसिंग तोड़ दी और अजीत मैती के साथ मारपीट की. प्रदर्शनकारियों ने उन्हें चप्पल से पीटा था. इससे पहले टीएमसी के एक प्रतिनिधि ने संदेशखाली का दौरा किया और ग्रामीणों से बात की. लगातार दूसरे दिन उन्होंने यह जाना कि पार्टी नेता किस तरह ग्रामीण इलाके में मनमानी कर रहे थे.
टीएमसी नेताओं ने किया संदेशखाली का दौरा
ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्था भौमिक और सुजीत बोस ने बरमजुर का भी दौरा किया, जहां हाल ही में विरोध-प्रदर्शन तेज हुआ है और अजीत मैती के साथ मारपीट की गई है. उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ भी मामलों को लेकर चर्चा की और सबकुछ ठीक करने के लिए एक-डेढ़ महीने का समय मांगा है. उन्होंने यह भी कहा, "ममता बनर्जी इलाके के तमाम लोगों के आंसू पोंछने" के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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शाहजहां अब भी चल रहे फरार
अजीत मैती के बारे में पूछे जाने पर पार्था भौमिक ने कहा, "हमने उन्हें उनके पद से पहले ही हटा दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है." पश्चिम बंगाल के 24 परगना स्थित संदेशखाली कमोबेश एक महीने से उबल रहा है. यहां महिलाओं ने शाहजहां समेत टीएमसी नेताओं पर बलात्कार, उत्पीड़न, कब्जे और वसूली जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. महिलाएं लगातार शेख शाहजहां के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन वह फरार चल रहे हैं.
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