रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत के साथ रिश्तों, पीएम मोदी के साथ उनकी केमिस्ट्री पर खुलकर बात की. राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का आज दूसरा और व्यस्त दिन है. इससे पहले ‘आजतक’ ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया. रूस की राजधानी मॉस्को के क्रेमलिन में ‘आजतक’ की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन को दिए वर्ल्ड एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पुतिन ने वर्ल्ड पॉलिटिक्स, यूक्रेन युद्ध, भारत रूस के ऐतिहासिक रिश्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके संबंधों पर खुलकर बात की.
आइए 10 प्वाइंट में समझते हैं कि राष्ट्रपति पुतिन ने भारत से रूस के रिश्तों पर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर क्या क्या कहा.
1- भारत का प्रधानमंत्री दबाव में काम नहीं करता
राष्ट्रपति पुतिन ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि, "भारत से आज दुनिया का कोई भी देश वैसे बात नहीं कर सकता जैसे आज से 77 साल पहले किया करता था. भारत आज एक शक्तिशाली देश है और वो पहले की तरह ब्रिटिश शासन के अधीन नहीं है और ये बात सभी को समझनी होगी. खासतौर से प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत अब विदेशी दबाव में नहीं आने वाला. भारत के लोग गर्व कर सकते हैं कि उनका प्रधानमंत्री किसी के दबाव में काम नहीं करता. साथ ही वो किसी के साथ टकराव का रास्ता भी नहीं अपनाते."
पुतिन ने भारत को लेकर ये बातें तब कही जब उनसे पूछा गया कि भारत अमेरिका की ओर से प्रतिबंधों का सामना कर रहा है तो इन बदली हुई परिस्थितियों में रूस भारत का साथ किस रूप में देगा.
2- भारतीय संस्कृति की छवि एक परीकथा जैसी
इंटरव्यू के दौरान जब पुतिन से कहा गया कि भारतीय संस्कृति के बारे में आप कुछ कहना चाहेंगे? उन सभी भारतीयों के लिए आपका क्या संदेश है, जो आपको बहुत पसंद करते हैं.
इसके जवाब में व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि, "रूस के बहुत से नागरिकों के दिलों में, भारतीय संस्कृति की छवि एक परीकथा जैसी सुंदर, रंगीन और मनमोहक है. ये छवि कई दशकों से है, सोवियत काल से है. रूसी लोगों को भारतीय संगीत और भारतीय फ़िल्में बहुत पसंद हैं. मैं तो कहूंगा कि रूसी समाज के कुछ हिस्सों ने भारतीय संस्कृति को पूजा जैसी जगह दी है. मुझे ये बहुत अच्छा लगता है क्योंकि मुझे लगता है कि ये दिल से दिल का रिश्ता है. हम ये सुनिश्चित करने की हर संभव कोशिश करेंगे कि ये दिलचस्पी अपनी चमक कभी न खोए. मैं चाहता हूं कि भारत इस भावना को जाने."
3- बहुत ईमानदारी से कह रहा हूं भारत खुशकिस्मत है
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से जब पूछा गया कि भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने में किस प्रधानमंत्री ने सच में फर्क डाला है. इस प्रश्न के जवाब में पुतिन ने बेलाग कहा कि, "अब हम भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम कर रहे हैं. सच में, हमारे बहुत भरोसेमंद और दोस्ताना संबंध हैं. वह इस मामले में बहुत भरोसेमंद इंसान हैं. मैं बहुत ईमानदारी से कह रहा हूं. भारत खुशकिस्मत है, वो हिंदुस्तान में रहते हैं. वो भारत में सांस लेते हैं. मैं उनसे बात करता हूं और मैं उन्हें जानता हूं. मुझे उम्मीद है कि वह मुझसे नाराज़ नहीं होंगे. मैं बस वही कह रहा हूं जो मैं देखता हूं और जो मैं सोचता हूं."
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए पुतिन ने कहा कि, "मुझे यकीन है कि ऐसे इंसान से बात करना मेरे लिए बहुत सुखद है. और यह एक बात है. दूसरी बात, सच ये है कि वो बहुत ईमानदारी से भारत और रूस के संबंध को हर क्षेत्र में और खासकर रक्षा, अर्थव्यवस्था, मानवीय सहयोग और हाई-टेक परमाणु सामग्री के विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर मजबूत करना चाहते हैं. इसलिए उनसे मिलना मेरे लिए बहुत दिलचस्प है."
4- रुपये और रुबल के लेन-देन में कोई बाधा नहीं
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रुपये और रुबल के लेन-देन में कोई बाधा नहीं है. इसे बंद नहीं करना है बल्कि इसका असंतुलन दूर करना है. उन्होंने कहा, "ये अर्थव्यवस्था का मामला है और मैं इस बात को समझता हूं कि हमारे बीच असंतुलित कारोबार है. उदाहरण के तौर पर भारत ने हमारे बीच कोई रुकावट पैदा नहीं की. क्योंकि उन्हें तेल और तेल से निर्मित सामान चाहिए. भारत सरकार को अपने किसानों के लिए रूस में बने उर्वरक चाहिए, पीएम मोदी हमेशा इस मुद्दे को मेरे सामने उठाते हैं. और ये रुपये में पेमेंट का मामला नहीं है."
पुतिन ने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं कि इस असंतुलन को दुरुस्त करना है, प्रतिबंधित नहीं. हमारे कारोबार से दोनों देशों को फायदा हो, किसी एक को नहीं. भारत दौरे पर हमारा प्रयास है कि हम पहल करें, जिसमें भारत और रूस के आयात और निर्यात की प्रदर्शनी लगे. मैंने अपने अफसरों को आदेश दिया है कि भारत से हम जो सामान खरीदते हैं. उसमें और क्या जोड़ सकते हैं, इस पर काम करें.
5- आजादी के लिए लड़ना है तो कानूनी तरीकों से लड़ो
भारत में आतंकवाद के सवाल पर राष्ट्रपति पुतिन ने आजतक के इस खास इंटरव्यू में दो टूक कहा कि आजादी के लिए लड़ना हो तो कानूनी तरीकों से लड़ो, हमारा तो यही मानना है कि आतंकियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. जैसा आपने कहा कि रूस भी आतंकवाद पीड़ित रहा है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस भारत के साथ रहा है.
6- भारत-चीन करीबी मित्र, द्विपक्षीय मामले में दखल नहीं
आजतक के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में राष्ट्रपति पुतिन ने स्पष्ट किया कि भारत और चीन रूस के सबसे सबसे करीबी मित्र हैं और मैं ये नहीं समझता कि हमें उनके द्विपक्षीय मामलों में हस्तक्षेप करना चाहिए.
पुतिन ने कहा कि मैं जानता हूं कि, "प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग जटिल और विवादित मसलों पर किसी नतीजे तक जरूर पहुंचेंगे. दोनों देशों के बीच जो तनाव है उससे दोनों नेता चिंतित हैं. वो समस्या का समाधान भी करना चाहते हैं. प्रयास कर भी रहे हैं. नतीजे पर भी पहुंचेंगे. मैं उन दोनों के लिए बहुत खुश हूं. मैं नहीं समझता कि मुझे हस्तक्षेप करना चाहिए, ये द्विपक्षीय मामले हैं."
7- भारत सबसे भरोसेमंदर साझीदार, हथियार ही नहीं बेच रहे, टेक्नॉलजी भी दे रहे
राष्ट्रपति पुतिन ने आजतक के साथ बातचीत में भारत को रूस को सबसे भरोसेमंद साझेदारों में से एक बताया. उन्होंने कहा कि हम भारत को सिर्फ अपने हथियार बेच नहीं रहे हैं और भारत इन्हें केवल खरीद नहीं रहा है. हमारे बीच ये संबंध इस सबसे ऊपर है. हमें ये आपसी सहयोग अच्छा लगता है. उतना ही जितना भारत को. और हम केवल हथियार ही नहीं बेच रहे बल्कि टेक्नोलॉजी भी साझा कर रहे हैं.
पुतिन ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में ऐसा आमतौर पर नहीं होता. क्योंकि इसके लिए दो देशों के बीच अटूट विश्वास की जरूरत होती है. पर हमारा सहयोग यहीं तक सीमित नहीं है. हम पानी के जहाजों से लेकर, मिसाइल और हवाई जहाज बनाने का काम साझा रूप से कर रहे हैं. पुतिन ने कहा कि यहां फाइटर जेट एसयू- 57 की बात हुई. पर भारत और भी कई तरह के रूसी जंगी जहाजों का इस्तेमाल करता है.
पुतिन ने मेक इन इंडिया प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि टी-90 टैंक जिन्हें भारत खुद बना रहा है, बेहतरीन टैंक हैं और ब्रह्मोस मिसाइल भी. भारत रूस के साथ मिलकर इसे मेक इन इंडिया मिशन के तहत बना रहा है. इसमें कलाश्निकोव रायफल भी शामिल हैं.
8- 7.7 विकास दर पीएम मोदी की बड़ी उपलब्धि
राष्ट्रपति पुतिन ने इंडिया के ग्रोथ इंजन की तारीफ की और पीएम मोदी के काम को भी सराहा. उन्होंने कहा कि भारत एक बहुत विशाल देश है. ये 150 करोड़ लोगों का देश है. ये एक विकासशील देश है, जहां विकास की दर 7.7 फीसदी है. ये प्रधानमंत्री मोदी की एक बड़ी उपलब्धि है. ये भारत के नागरिकों के लिए गौरव की बात है.
पुतिन ने इस वर्ल्ड एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि ये सही है कि इसके बावजूद आलोचना करने वाले कह सकते हैं कि इससे बेहतर किया जा सकता था. पर परिणाम सबके सामने है. आने वाले समय में हम भविष्य को लेकर कई अहम क्षेत्रों में सहयोग के लिए तैयार हैं और उनमें से एक है हाई टेक्नोलॉजी.
9- स्पेस टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी से लेकर शिप बिल्डिंग में सहयोग
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि भारत और रूस स्पेस टेक्नोलॉजी, न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी से लेकर शिप बिल्डिंग, एयरक्राफ्ट बिल्डिंग और भविष्य को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं. आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि ये आज के दौर की वो टेक्नोलॉजी है जो आने वाला भविष्य तय करेगी. ये हमारी प्रगति को रफ्तार दे सकती है. पर ये भी सही है कि इसके साथ कई चुनौतियां जुड़ी हैं. हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर इन्हीं विषयों पर बात करेंगे और वो रास्ता चुनेंगे जो हमारे लिए आज के समय में सबसे बेहतर हो.
10- कार राइड की कहानी
राष्ट्रपति पुतिन ने इंटरव्यू के दौरान शंघाई में पीएम मोदी के साथ चर्चित कार यात्रा की कहानी बताई. 25वें शंघाई सहयोग संगठन के दौरान साथ कार में सफर करने का वाकया बताते हुए पुतिन ने कहा कि हम SCO की मीटिंग से एक साथ बाहर निकले.
पुतिन ने कहा, " सामने मुझे मेरी कार दिखाई दी तो मैंने उन्हें साथ चलने को कह दिया. वैसे ही जैसा दोस्तों के बीच होता है, इसमें इससे ज्यादा और कुछ भी नहीं था. रास्ते में हम दोनों ने बस आम दोस्तों की तरह बात की. हमारे पास बातचीत करने को हमेशा कुछ न कुछ जरूर होता है. हम दोनों बातचीत में इतना व्यस्त हो गए कि बाद में ख्याल आया कि लोग हमारा इंतजार कर रहे होंगे. ऐसा कुछ खास नहीं था, इस वाकये से बस ये पता चलता है कि हमारे पास चर्चा करने को बहुत कुछ रहता है और हम इस तरह की चर्चा को खासी अहमियत देते हैं."
ये दिलचस्प है कि जब राष्ट्रपति पुतिन गुरुवार शाम को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे तो पीएम मोदी उनकी आगवानी करने के लिए वहां मौजूद थे. इसके बाद पीएम मोदी अपनी कार में राष्ट्रपति पुतिन को अपने आवास 7 लोक कल्याण मार्ग ले गए.
अंजना ओम कश्यप / गीता मोहन