राहुल गांधी के सेना पर दिए गए बयान को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी की ओर से लगातार मांग की जा रही है कि राहुल गांधी सेना के जवानों और देश की जनता से माफी मांगें. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी के समर्थन में आ गए हैं. उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री से पूछा है कि देश में चीन के मुद्दे पर चर्चा कब होगी.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर कहा कि चीन डोकलाम में जमफेरी रिज तक इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है, जोकि पूर्वोत्तर राज्यों का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले सिलीगुड़ी कॉरिडोर के लिए खतरा है. हम हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत चिंता का विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी देश में चाइना पर चर्चा कब होगी?
राजस्थान में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि राहुल गांधी के कहना का मतलब है कि चीन, पाकिस्तान और आईएसआई जितना ही खतरनाक है. वह कभी नहीं चाहेंगे कि हम लोग शांतिपूर्ण रहें.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आजतक से बात करते हुए कहा कि जो राहुल गांधी ने कहा उससे नहीं, बीजेपी प्रवक्ताओं के बयान से सेना का मनोबल गिर रहा है. उन्होंने कहा कि असली मुद्दों को छिपाने की कोशिश में राहुल गांधी के बयान को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है. हिमाचल के सीएम ने कहा कि जो व्यक्ति ऐसे परिवार से आता है, जिसने देश के लिए शहादत दी है. उसको देशभक्ति की शिक्षा दी जा रही है. ये दुर्भाग्यपूर्ण है.
इस बीच केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने तवांग जाकर सैनिकों से मुलाकात की है. रिजिजू ने सैनिकों से मुलाकात की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए तवांग को पूरी तरह सुरक्षित बताया है. उन्होंने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग में यांग्त्से क्षेत्र भारतीय सेना के बहादुर जवानों की पर्याप्त तैनाती के कारण अब पूरी तरह से सुरक्षित है.
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का भी बयान आया है. राजनाथ ने कहा है कि गलवान हो या तवांग, हमारे सुरक्षाबलों ने अपनी वीरता और पराक्रम को साबित किया है. उन्होंने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने विपक्ष के नेताओं की मंशा पर कभी सवाल नहीं उठाए.
खड़गे ने संसद में सरकार पर साधा था निशाना
जानकारी के लिए बता दें कि बीते मंगलवार को सदन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चीन के आक्रमक रवैये को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सरकार मूकदर्शक बनकर रह गई है. उसकी तरफ से लगातार जमीनी हकीकत की अनदेखी की जा रही है. खड़गे ने अपने बयान में इस बात पर भी जोर दिया था कि चीन ने डेपसांग वाले इलाके में भी घुसपैठ करने की कोशिश की. वैसे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ कर दिया था कि चीनी सैनिकों की साजिश को जमीन पर नाकाम कर दिया गया था.
चीन की हरकत पर रक्षा मंत्री का बयान
संसद में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बताया था कि 09 दिसंबर 2022 को PLA सैनिकों ने अरुणाचल के तवांग सेक्टर के यांग्त्से में एलएसी पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया. चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया. इस दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. हाथापाई भी हुई. इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं. लेकिन मैं सदन को बताना चाहता हूं कि झड़प में हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ.
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