घुसपैठियों के खिलाफ RSS का रोडमैप क्या? जिसका पीएम मोदी ने किया जिक्र

दिल्ली में संघ के शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष डाक टिकट और सिक्का जारी कर संगठन की 100 साल की यात्रा का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि संघ और स्वयंसेवकों का लक्ष्य केवल राष्ट्र प्रथम है. साथ ही उन्होंने घुसपैठियों और डेमोग्राफी बदलाव की चुनौतियों से निपटने के लिए संघ के रोडमैप का ज़िक्र किया.

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संघ के पास पूरे भारत में 1 करोड़ से ज्यादा कार्यकर्ता हैं (Photo: PTI) संघ के पास पूरे भारत में 1 करोड़ से ज्यादा कार्यकर्ता हैं (Photo: PTI)

आजतक ब्यूरो

  • नई दिल्ली,
  • 01 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 10:52 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दिल्ली में संघ के शताब्दी समारोह में शामिल हुए, जहां उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 साल पूरे होने पर एक डाक टिकट और एक सिक्का जारी किया. इस सिक्के के एक तरफ सत्यमेव जयते और भारत-इंडिया लिखा है और दूसरी तरफ भारत माता और संघ कार्यकर्ताओं की आकृति उकेरी गई है और उनके साथ में लिखा है 'राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के 100 वर्ष. इस डाक टिकट और सिक्के को जारी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने दो बड़ी बातें कहीं. 

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पहली बात ये कि संघ और उसके स्वयंसेवकों का एक ही उद्देश है राष्ट्र प्रथम और दूसरी बात ये कही कि संघ के पास एक ऐसा रोडमैप है, जिससे घुसपैठियों की चुनौती से निपटा जा सकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि दूसरे देशों पर आर्थिक निर्भरता, हमारी एकता को तोड़ने की साजिशें, डेमोग्राफी में बदलाव के षड़यंत्र, हमारी सरकार इन चुनौतियों से तेजी से निपट रही है, उन्होंने कहा कि मुझे ये खुशी है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी इन चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस रोडमैप भी बनाया है.

पीएम मोदी ने कहा कि एकता में विविधता भारत की आत्मा है, लेकिन जाति, भाषा, क्षेत्रवाद और चरमपंथी सोच द्वारा पैदा होने वाले विभाजन राष्ट्र की शक्ति को कमजोर कर सकते हैं. उन्होंने चेताते हुए कहा कि अगर ये सिद्धांत टूटता है, तो देश की शक्ति भी कमजोर होगी. पीएम मोदी ने कहा कि आज सामाजिक समानता पर सबसे बड़ा खतरा बदलती डेमोग्राफी से है, यह घुसपैठ से भी अधिक गंभीर है. उन्होंने इसे आंतरिक सुरक्षा और भविष्य की शांति से जोड़ते हुए कहा कि इसी कारण उन्होंने लाल किले से डेमोग्राफिक मिशन की घोषणा की और राष्ट्र से सतर्क रहने और इस चुनौती का मुकाबला करने का आह्वान किया.

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आज हर कोई ये जानना चाहता है कि घुसपैठियों से निपटने का संघ मॉडल क्या हो सकता है, तो संघ के पास पूरे भारत में 1 करोड़ से ज्यादा कार्यकर्ता हैं, जिनकी जिला, तालुका और ग्रामीण स्तर पर काफी मजबूत पकड़ है और ये स्वयंसेवक घुसपैठियों की पहचान में पुलिस और प्रशासन की मदद कर सकते हैं और संघ ने बार-बार इस बात को दोहराया है कि घुसपैठियों के खिलाफ देश की मजबूत नीति और कानून होना चाहिए और आज प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात को कह दिया है कि उनके पास घुसपैठियों के खिलाफ संघ का रोडमैप है.

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