वित्त विधेयक पारित, विपक्ष के बिना चली राज्यसभा... संसद में आज क्या-क्या हुआ?

संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार को भी हंगामे के कारण कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न हुआ. हंगामे के बीच लोकसभा से वित्त विधेयक 2023 पारित हो गया. वहीं, राज्यसभा में एक मौका ऐसा भी आया जब केवल सत्तापक्ष के सदस्य ही मौजूद थे.

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वेल में आकर नारेबाजी करते विपक्षी सांसद वेल में आकर नारेबाजी करते विपक्षी सांसद

अशोक सिंघल

  • नई दिल्ली,
  • 24 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST

संसद के दोनों सदनों में हंगामा शुक्रवार को भी जारी रहा. हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में वित्त विधेयक 2023 पेश किया जिसे वोटिंग के बाद सदन से पारित कर दिया गया. लोकसभा की कार्यवाही वित्त विधेयक पारित होने के बाद 27 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. वहीं, राज्यसभा की कार्यवाही भी 27 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित हो गई है.

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हुआ ये कि सुबह 11 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामे के कारण स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. दोपहर 12 बजे जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए. आसन की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से वित्त विधेयक पेश करने के लिए कहा गया.

विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त विधेयक लोकसभा में पेश किया. विपक्ष की नारेबाजी के बीच सदन की कार्यवाही करीब 45 मिनट तक चली और वित्त विधेयक पर वोटिंग कराकर इसे पारित कर दिया गया. इस दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेंशन को लेकर सरकार की ओर से कमेटी गठित करने का प्रस्ताव भी दिया.

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विपक्षी सांसदों ने लगाए सरकार विरोधी नारे

लोकसभा में विपक्षी सांसद आसन के सामने वेल में आकर तब तक नारेबाजी करते रहे, जब तक कार्यवाही चली. विपक्षी सांसद 'अडानी पर जेपीसी... जेपीसी... जेपीसी', 'देश को लूटना बंद करो, बंद करो... बंद करो', 'अडानी को बचाना बंद करो' जैसे नारे लगाते रहे. विपक्ष की नारेबाजी के बीच ही वित्त विधेयक पर वोटिंग हुई और लोकसभा ने इसे पारित कर दिया.

राज्यसभा की कार्यवाही में जब नहीं पहुंचा विपक्ष

राज्यसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने शुरू में ही सदस्यों से अपने नाम के आगे अंकित पत्र सदन पटल पर रखने के लिए कहा. सदस्यों ने अपने नाम के आगे अंकित पत्र, रिपोर्ट्स सदन पटल पर रखीं. इसके बाद थोड़ी देर माहौल शायराना भी रहा. इसके बाद जैसे ही सभापति ने स्थगन प्रस्ताव के 14 नोटिस मिलवने की जानकारी दी और कहा कि किसी को भी अनुमति नहीं दी गई है.

इसके बाद सदन में हंगामा हो गया. हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दोपहर ढाई बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, सत्तापक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाने शुरू कर दिए. एक मिनट से भी कम समय में उपसभापति हरिवंश ने सदन की कार्यवाही 3.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

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शाम 3.30 बजे जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्ष के सांसद सदन में मौजूद नहीं थे. विपक्ष के बिना ही केवल सत्तापक्ष की मौजूदगी में सदन की कार्यवाही थोड़ी देर चली. राज्यसभा में एए रहीम की ओर से पेश किए गए प्राइवेट मेंबर बिल पर चर्चा हुई. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस बिल पर इंटरवेंशन किया और इसके बाद ये प्रस्ताव सदन में गिर गया.

सभापति बोले- ये सदन डायलॉग-डिबेट-डिस्कशन के लिए

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र के इस मंदिर में डायलॉग, डिबेट और डिस्कशन नहीं हो पा रहा है. ये मेरे लिए बहुत पीड़ादायक है. उन्होंने कहा कि देश हमें देख रहा है. ये जगह राजनीतिक ड्रामे के लिए नहीं, व्यापक जनहित को लेकर नीतियां बनाने के लिए है. सभापति धनखड़ ने कहा कि यहां के सदस्य को 130 करोड़ लोगों से अधिक अधिकार हैं.

सभापति जगदीप धनखड़ ने इसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार 27 मार्च 2023 की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी. सदन की कार्यवाही के दौरान आज भी संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा. अब, जबकि लोकसभा सचिवालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सदन की सदस्यता से अयोग्य ठहराने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, सोमवार को भी दोनों सदनों में हंगामे का सिलसिला थमने के आसार कम ही हैं.

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