कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक रेलवे टिकट शेयर करते हुए लिखा कि 'मोदी सरकार किस तरह विज्ञापनजीवी है, इसका उदाहरण देखिए कि रेलवे के टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को मोदी के विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. ये सेना के पराक्रम को भी प्रोडक्ट की तरह बेच रहे हैं. इनसे देशभक्ति नहीं सौदेबाजी ही हो सकती है.'
पीयूष बबेले ने कहा, 'जब से भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान के दांत खट्टे किए हैं, तब से भाजपा की कोशिश यही है कि सेना के पराक्रम और वीर सैनिकों की बहादुरी का इस्तेमाल चुनावी राजनीति के कर सकें जबकि भारत में हमेशा से यह स्वस्थ परंपरा रही है कि सेना का किसी भी तरह से राजनीतिक इस्तेमाल नहीं किया जाता."
यह भी पढ़ें: अहमदाबाद: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और सेना के सम्मान में तिरंगा यात्रा, HM अमित शाह ने किया नेतृत्व
तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग
कमलनाथ के मीडिया सलाहकार ने लिखा, "पहले तो बीजेपी नेताओं ने गैर-जिम्मेदारामा बयान दिया और अब एक कदम आगे बढ़कर बीजेपी ने यह शुरु किया है या हो सकता है कि केंद्र सरकार ने शुरु किया हो कि रेलवे के टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर को एक विज्ञापन के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें मोदी जी की फोटो भी लगी हुई है. मोदी जी का उसमें एक स्टेटमेंट लिखा हुआ है. साफ जाहिर है कि बीजेपी अपने राजनीतिक स्वार्थ में और आने वाले बिहार चुनाव में सेना का इस्तेमाल खुलेआम कर रही है, और सरकार को भी उसमें शामिल कर रही है. इसपर तत्काल प्रतिबंध लगना चाहिए.'
यह भी पढ़ें: बलूचिस्तान से LoC तक पिटा पाकिस्तान, बलोच हमलों के बाद ऑपरेशन सिंदूर से टूटी PAK की कमर
पियूष बबेले के एक्स पोस्ट पर क्या बोला रेलवे बोर्ड?
पियूष बबेले के एक्स पोस्ट पर रेलवे बोर्ड की तरफ से प्रतिक्रिया भी आई है, जिसमें बोर्ड के दिलीप कुमार ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है. पूरा देश हमारे बलों की वीरता और साहस पर गर्व महसूस कर रहा है. भारतीय रेलवे के कर्मचारियों को भी हमारे बलों पर गर्व है. आपने देखा होगा कि देश भर के विभिन्न स्टेशनों को ऑपरेशन सिंदूर के संदेश को उजागर करने वाले तिरंगे से रौशन किया गया है. हमने भारतीय रेलवे द्वारा जारी टिकटों पर ऑपरेशन सिंदूर के संदेश को उजागर करने का फैसला किया है. ऐसा पूरे देश में ऑपरेशन सिंदूर के जश्न के संदेश को फैलाने के लिए किया गया है."
रवीश पाल सिंह