पुलिस को झाड़ियों में मिली नवजात बच्ची, SHO की पत्नी ने फीडिंग कराकर बचाई जान

ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क एरिया में एक नवजात कपड़े में लिपटी हुई मिली थी. ठंड की वजह से बच्ची की हालत बेहद खराब थी. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को थाने ले आई. इसके बाद बच्ची को रोते देख एसएचओ की पत्नी ने उसे फीड कराकर बच्ची की जान बचाई. बच्ची को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उसकी हालत ठीक है.

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SHO की पत्नी ने बच्ची को कराया फीड. SHO की पत्नी ने बच्ची को कराया फीड.

मनीष चौरसिया

  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:56 PM IST

पुलिस को लेकर आपके मन मस्तिष्क में बहुत सारी तस्वीरें होंगी, लेकिन आज आपको पुलिस वाले की ऐसी तस्वीर दिखाने जा रहे हैं, जिसे देख आपके चेहरे पर भी प्यारी सी मुस्कान बिखर जाएगी. दरअसल, ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में 20 दिसंबर को एक नवजात बच्ची मिली. बच्ची एक कपड़े में लिपटी हुई थी. ठंड की वजह से बच्ची की हालत बेहद खराब थी. 

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सूचना के बाद पुलिस वाले बच्ची को थाने लेकर आ गए. बच्ची लगातार रो रही थी. पुलिस को कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि करना क्या है. सभी को पता था कि बच्ची को ठंड लग चुकी है और वह भूख की वजह से रो रही है.

बच्ची नवजात थी, इस वजह से उसे बाहर का कुछ भी खिला पिला नहीं सकते थे. ऐसे में बच्ची को सिर्फ मां का दूध ही दिया जा सकता था. इस बच्ची को कोई झाड़ियों में छोड़ गया था. बच्ची की मां या उसके परिवार के बारे में अभी तक पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

इसके बाद बच्ची की हालत के बारे में थाने के एसएचओ विनोद सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को खबर लगी. एसएचओ विनोद सिंह ने पत्नी से बच्चे को फीडिंग कराने के लिए कहा. इस पर उनकी पत्नी ज्योति तुरंत तैयार हो गईं और बच्ची को फीडिंग कराई. ज्योति कहती हैं कि बच्ची को बहुत ज्यादा ठंड लग चुकी थी, इसलिए उसे गर्माहट देने के लिए काफी देर तक उसे अपने पास रखा. इससे उसे आराम मिला. कुछ देर बाद बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया. फिलहाल बच्ची की हालत ठीक बताई जा रही है.

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अगस्त में पिता बने हैं एसएचओ विनोद सिंह

इस साल अगस्त में एसएचओ विनोद सिंह और उनकी पत्नी ज्योति माता-पिता बने हैं. उनका साढ़े 3 महीने का बेटा है. ज्योति बताती हैं कि उन्हें बच्चों से बहुत लगाव है. शादी से पहले वो टीचर थीं. बच्चों के लिए वो ज्यादा संवेदनशील रहती हैं. ज्योति बताती हैं कि जब उनको इस नवजात बच्ची के बारे में पता चला तो उन्हें इसे झाड़ियों में फेंकने की घटना को लेकर बहुत गुस्सा आया. ज्योति ने बच्ची को कपड़े पहनाए.

एसएचओ बोले- बच्ची की मां के बारे में पता लगाने की हो रही है कोशिश

एसएचओ विनोद सिंह बताते हैं कि बच्ची की मां और परिवार को ढूंढ़ने की लगातार कोशिश की जा रही है. आसपास के अस्पतालों में भी पूछताछ की गई है. जब तक बच्ची के माता-पिता नहीं मिल जाते, तब तक उसका पूरा ख्याल रखा जाएगा.

हालांकि बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोग आगे आए हैं, लेकिन गोद लेने की अपनी एक अलग प्रक्रिया है. फिलहाल बच्ची का इलाज ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल में चल रहा है. एसएचओ विनोद सिंह और उनकी पत्नी की तारीफ पुलिस डिपार्टमेंट से लेकर समाज के लोग कर रहे हैं.

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