मुंबई के पवई इलाके के RA स्टूडियो में गुरुवार को कुछ बच्चों को बंधक बनाने का मामला सामने आया. आनन-फानन में पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और सभी बच्चों को किडनैपर के चंगुल से छुड़ाया. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन अब कहा जा रहा है कि पुलिस की गोली लगने से आरोपी की मौत हो गई है. इससे पहले आरोपी का एक वीडियो सामने आया था.
इस वीडियो में रोहित आर्या नाम के आरोपी ने बताया कि उसने पूरी प्लानिंग के साथ इस वारदात को अंजाम दिया. इस वीडियो की शुरुआत में खुद का परिचय देते हुए आरोपी कहता है कि सुसाइड करने की जगह मैंने एक प्लान बनाया और कुछ बच्चों को बंधक बनाया है. मेरी कुछ ज्यादा डिमांड्स नहीं है. बहुत सिंपल डिमांड्स हैं, मॉरल डिमांड है, बहुत एथिकल डिमांड्स हैं और बहुत सारे सवाल है. मुझे कुछ लोगों से बात करनी है, उनसे सवाल पूछने हैं और अगर उनके जवाब पर कुछ काउंटर सवाल हैं तो मुझे काउंटर सवाल पूछना है. लेकिन मुझे ये जवाब चाहिए.
आरोपी ने कहा कि ना मैं टेररिस्ट हूं, ना मेरी पैसों की मांग है. मुझे कुछ सवाल करने हैं इस वजह से मैंने कुछ लोगों को बंधक बनाया है. मैंने इन बच्चों को एक प्लान के तहत ही बंधक बनाया है. ये सोचा-समझा है, मैं बच्चों को बंधक बनाने वाला था. करने वाला हूं. अगर मैं जिंदा रहा तो करूंगा जरूर और अगर मर गया तो कोई और करेगा लेकिन होगा जरूर. अगर आपकी तरफ से थोड़ी सा भी गलत कदम उठा तो मैं इस पूरी जगह को आग लगा दूंगा और फिर मैं मर जाऊंगा. मैं मरूं या ना मरूं बच्चे बिना वजह हर्ट होंगे और ट्रॉमैटाइज्ड होंगे. उसका जिम्मेदार मैं नहीं होऊंगा. उसका जिम्मेदार वे लोग होंगे, जो बिना वजह मुझे ट्रिगर कर रहे हैं जबकि मैं सिर्फ बात करना चाह रहा हूं.
वह वीडियो में आगे कहता है कि मेरी बातें खत्म होने के बाद मैं खुद बाहर आऊंगा. मैं अकेला नहीं हूं, मेरे साथ और भी लोग हैं. कई सारे लोगों को ये परेशानियां हैं और मैं सिर्फ बातें करके इसका सॉल्यूशन देने वाला हूं. प्लीज मुझे ट्रिगर मत कीजिए कि मैं किसी को चोट पहुंचा दूं.
बता दें कि मुंबई के पवई में आरए स्टूडियो में एक्टिंग क्लासेस चलती हैं, वहां की पहली मंजिल पर कई बच्चों को बंधक बनाया गया था. नालावाडे जोन 10 के डीसीपी ने बताया कि बच्चों को रेस्क्यू करा लिया गया है.
दीपेश त्रिपाठी