शरद पवार ने लगाई भतीजे की पार्टी में सेंध... अजित पवार गुट के 4 नेताओं ने छोड़ी पार्टी

एनसीपी (अजित गुट) की पिंपरी-चिंचवाड़ यूनिट के चीफ अजित गवाहाने, एनसीपी पिंपरी-चिंचवाड़ छात्र विंग के प्रमुख यश साने, पूर्व पार्षद राहुल भोसले और पंकज भालेकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को लेकर संभावना जताई जा रही है कि वे शरद पवार गुट में शामिल हो सकते हैं.

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अजित पवार (फाइल फोटो) अजित पवार (फाइल फोटो)

मुस्तफा शेख

  • मुंबई,
  • 17 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:14 PM IST

महाराष्ट्र (Maharashtra) के पिंपरी-चिंचवाड़ में अजित पवार को बड़ा झटका लगा है. उनकी पार्टी एनसीपी की पिंपरी-चिंचवाड़ यूनिट के चार बड़े नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है. पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को लेकर संभावना जताई जा रही है कि वे शरद पवार गुट में शामिल हो सकते हैं. एनसीपी (अजित गुट) की पिंपरी-चिंचवाड़ यूनिट के चीफ अजित गवाहाने, एनसीपी पिंपरी-चिंचवाड़ छात्र विंग के प्रमुख यश साने, पूर्व पार्षद राहुल भोसले और पंकज भालेकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. 

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सूत्रों ने बताया कि महायुति में एनसीपी के लिए भोसरी (Bhosari) विधानसभा सीट पाने के उनकी सभी कोशिशें फेल होने के बाद गवाहाने ने इस्तीफा दे दिया.

शरद पवार ने किया था ये दावा

लोकसभा चुनावों में, महा विकास अघाड़ी (MVA) ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन को चौंकाते हुए 48 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की. अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को सिर्फ एक सीट, रायगढ़, मिली, जबकि शरद पवार गुट को आठ सीटें मिलीं.

इस्तीफे इस चर्चा के बीच आए हैं कि अजित पवार खेमे के कुछ नेता शरद पवार खेमे में वापस जाने के इच्छुक हैं. पिछले दिनों शरद पवार ने दावा भी किया था कि अलग हुए एनसीपी गुट के कुछ विधायकों ने उनकी पार्टी के सीनियर नेता जयंत पाटिल से मुलाकात की थी.

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यह भी पढ़ें: शरद पवार से क्या हुई बात? मुलाकात के बाद छगन भुजबल ने बताया

भुजबल भी शरद पवार से मिला सकते हैं हाथ

ऐसी भी अटकलें हैं कि महाराष्ट्र के मंत्री और सीनियर एनसीपी नेता छगन भुजबल अजित पवार का साथ छोड़ सकते हैं. पिछले महीने, महा विकास अघाड़ी की पार्टनर शिवसेना (UBT) के एक सीनियर नेता ने भुजबल से मुलाकात की थी.

सूत्रों ने बताया कि भुजबल इस बात से नाराज थे कि अजित पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा को बारामती लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले से हारने के बाद राज्यसभा के लिए मनोनीत किया था. ओबीसी के प्रभावशाली नेता भुजबल राज्यसभा सीट और उसके बाद केंद्रीय मंत्री पद के लिए कोशिश कर रहे थे.

यह भी पढ़ें: मोदी मंत्रिमंडल में फिलहाल शामिल नहीं NCP, अजित पवार बोले- कैबिनेट से कम मंजूर नहीं

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