लाहौर बना दुन‍िया का सबसे प्रदूष‍ित शहर, 25 गुना ज्यादा खराब हवा, स्मॉग इमरजेंसी प्लान लागू

पाकिस्तान का लाहौर एक बार फिर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. सोमवार को यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 312 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानकों से करीब 25 गुना ज्यादा है. हवा में जहरीले धुएं और स्मॉग की परत इतनी घनी है कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. पंजाब सरकार ने हालात से निपटने के लिए 'स्मॉग इमरजेंसी प्लान' लागू कर दिया है.

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दिल्ली और कोलकाता को पीछे छोड़ लाहौर फिर प्रदूषण में नंबर वन (AP Photo) दिल्ली और कोलकाता को पीछे छोड़ लाहौर फिर प्रदूषण में नंबर वन (AP Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 28 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 9:22 PM IST

पाकिस्तान का लाहौर शहर एक बार फिर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. सोमवार को जारी एक निजी टेक कंपनी IQAir के डेटा के मुताबिक लाहौर की हवा इतनी जहरीली हो गई है कि ये WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के मानकों से 25 गुना ज्यादा प्रदूषित है. ये पिछले एक हफ्ते में दूसरी बार है जब लाहौर ने यह 'खिताब' पाया है.

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AQI 312 पर पहुंचा, हवा में 25 गुना ज्यादा प्रदूषण

IQAir के अनुसार लाहौर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सोमवार को 312 तक पहुंच गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है. शहर की हवा में मौजूद PM2.5 कणों की मात्रा 190.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज की गई जबकि WHO का सुरक्षित स्तर सिर्फ 5 माइक्रोग्राम तय है.

दिल्ली और कोलकाता को पीछे छोड़ा

रात 10 बजे लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में सबसे ऊपर था जबकि दिल्ली (AQI 220) और कोलकाता (AQI 170) उससे पीछे रहे. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्तर का प्रदूषण बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी वाले मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है.

हर साल अक्टूबर से फरवरी तक ‘स्मॉग सीजन’

लाहौर में हर साल अक्टूबर से फरवरी के बीच स्मॉग का कहर रहता है. इस जहरीली धुंध की वजह वाहनों का धुआं, फैक्ट्रियों से निकलने वाला प्रदूषण और फसलों के अवशेष जलाना होता है. इस बार स्मॉग सीजन की शुरुआत ही बेहद खराब स्तर से हुई है.

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पंजाब सरकार का ‘स्मॉग इमरजेंसी प्लान’ लागू

पंजाब की पर्यावरण मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा कि सरकार ने लाहौर में स्मॉग से निपटने के लिए स्मॉग इमरजेंसी प्लान लागू किया है. इसके तहत ईंट भट्ठों, फैक्ट्रियों और धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि फील्ड टीमें 24 घंटे निगरानी कर रही हैं और फसल अवशेष जलाने पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है. शहर में स्मॉग गन और कृत्रिम बारिश (पानी के छिड़काव) जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.

लोगों से मास्क पहनने की अपील

पर्यावरण विशेषज्ञों ने लोगों से कहा है कि वे बिना जरूरत के बाहर न निकलें, खासकर सुबह और शाम के वक्त. बाहर निकलना जरूरी हो तो मास्क पहनना जरूरी है ताकि प्रदूषण के असर को कम किया जा सके. IQAir के आंकड़ों के मुताबिक 22 से 25 अक्टूबर के बीच भी लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर रहा था. उस समय शहर का AQI 412 तक पहुंच गया था जिससे पूरे प्रांत में स्वास्थ्य अलर्ट और प्रदूषण पर सख्ती के आदेश जारी किए गए थे.

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(IQAir एक स्विट्जरलैंड की टेक कंपनी है जो दुनियाभर में वायु गुणवत्ता पर निगरानी रखती है और सरकारों को डेटा देती है.)

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