'1962 के बाद चीन ने अरुणाचल की एक इंच जमीन भी नहीं ली...', अखिलेश यादव के सवाल पर संसद में किरेन रिजिजू ने दिया जवाब

संसद में अखिलेश यादव ने चीनी अतिक्रमण का मुद्दा उठाया. जिसके जवाब में किरेन रिजिजू ने कहा कि 1962 के बाद चीन ने अरुणाचल की एक इंच जमीन भी नहीं ली. राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर तथ्यों की सही जानकारी होना बेहद आवश्यक है.

Advertisement
किरेन रिजिजू ने लोकसभा में अखिलेश यादव के सवाल का दिया जवाब (Photo: Sansad TV via PTI) किरेन रिजिजू ने लोकसभा में अखिलेश यादव के सवाल का दिया जवाब (Photo: Sansad TV via PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 8:39 PM IST

Kiren Rijiju in Lok Sabha: संसद में मानसून सत्र चल रहा है और आज छठवां दिन है. दोनों सदनों में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले को लेकर चर्चा की जा रही है. सत्तारुढ़ दल और विपक्षी दलों के बीच जमकर बहसबाजी भी देखने को मिल रहा है. आज (मंगलवार) को समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा कि पाकिस्तान से ज्यादा खतरा भारत को चीन से है. चीन हमारी बाजार और जमीन दोनों छीन लेगा. पहलगाम में हुए हमले के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या सीमा वाले इलाकों में भारत चीन से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है?

Advertisement

अखिलेश यादव ने सरकार से पूछा कि हमारे भारत का क्षेत्रफल 2014 में कितना था और अब कितना है? बीजेपी के सत्ता में आने से पहले और अब भारत का कितना क्षेत्रफल है? चीन से मुकाबले के लिए आपकी तैयारी क्या है? क्या सरकार के पास पैंगोंग झील, गलवान घाटी के बारे में जवाब है या नहीं?

अखिलेश के सवालों का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जवाब देते हुए कहा, 1962 के युद्ध के बाद से चीन ने भारत की सीमा में एक भी इंच घुसपैठ नहीं की है और ना ही अरुणाचल प्रदेश में किसी अतिरिक्त जमीन पर कब्जा नहीं किया है'.

यह भी पढ़ें: 'जिन एयरक्राफ्ट की नींबू-मिर्च लगाकर पूजा की गई थी, वो कितने उड़े थे', लोकसभा में अखिलेश यादव का सवाल

रिजिजू ने आगे कहा, 'जब अखिलेश यादव ने कहा कि चीन ने उस राज्य में घुसपैठ की है जहां से मैं आता हूं, तो मुझे लगा कि यह स्पष्ट करना जरूरी है. जो इलाका आज चीन के नियंत्रण में है, वह पहले से या फिर 1962 के युद्ध के दौरान ही उसके कब्ज़े में आ गया था'.

Advertisement

उन्होंने यह भी जोड़ा कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों पर बोलते समय तथ्यों की सही जानकारी होना बेहद आवश्यक है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement