कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने या आंतरिक कलह की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया. आलाकमान से मुलाकात के बाद उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी "मानसिक, शारीरिक और राजनीतिक सेहत" पूरी तरह ठीक है और ऐसी कोई स्थिति नहीं है कि उन्हें KPCC प्रमुख के पद से इस्तीफा देना पड़े.
शिवकुमार ने कहा, "मैं तब तक काम करूंगा जब तक पार्टी मुझे जिम्मेदारियां सौंपती है. मैं एक अनुशासित सिपाही की तरह काम करूंगा. मैं किसी भी कीमत पर कांग्रेस पार्टी को ब्लैकमेल नहीं करूंगा. मैंने दिन-रात इस पार्टी के लिए काम किया है." उन्होंने कहा कि जब इस्तीफा देने का कोई कारण ही नहीं है तो उन्हें ऐसा क्यों करना चाहिए.
राज्य में कैबिनेट फेरबदल की चर्चा पर, शिवकुमार ने कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया गया है, जो आलाकमान से परामर्श करेंगे. उन्होंने कहा, "जब मुझे बुलाया जाएगा, तो मैं भी जाऊंगा."
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दिल्ली यात्रा का मकसद
उन्होंने ढाई साल बाद सत्ता हस्तांतरण की संभावित मीडिया अटकलों को भी खारिज कर दिया. शिवकुमार ने कहा कि इस मुद्दे पर उनके, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया या आलाकमान के बीच कोई चर्चा नहीं हुई है. गौरतलब है कि विधानसभा सत्र से पहले लंबित कैबिनेट विस्तार पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों दिल्ली में थे.
डिप्टी सीएम ने कहा कि उनकी वर्तमान दिल्ली यात्रा का एकमात्र उद्देश्य कर्नाटक में 100 कांग्रेस कार्यालयों के निर्माण की तैयारियों को अंतिम रूप देना और शिलान्यास समारोह की तारीख तय करना है.
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उन्होंने जोर देकर कहा, "कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों का शिलान्यास दिसंबर तक हो जाना चाहिए. एक तारीख तय करनी होगी. मेरी इच्छा है कि राहुल गांधी शिलान्यास समारोह करें." उन्होंने यह भी बताया कि उनकी लिखी पुस्तक 'गांधी भारत' अब विमोचन के लिए तैयार है, जिसे बिहार चुनाव के चलते पहले रोक दिया गया था.
सगाय राज