कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार इन दिनों दिल्ली में हैं. बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कई अहम राजनीतिक मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की. मुख्यमंत्री पद के ढाई-ढाई साल के कथित समझौते और मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलों को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया.
डीके शिवकुमार ने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा है, लेकिन राहुल गांधी फिलहाल पटना में हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने उनके ऑफिस से संपर्क किया है. वह आज पटना में हैं, हम शायद कल मुलाकात करेंगे.' सूत्रों के मुताबिक, शिवकुमार ने सुबह करीब 9:30 बजे 10 जनपथ पर प्रियंका गांधी से मुलाकात की.
नए सीएम सुइट में शिवकुमार, पुराने में सिद्धारमैया
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पहुंचे डीके शिवकुमार नवनिर्मित कर्नाटक भवन की 5वीं मंजिल पर बने नए मुख्यमंत्री सुइट का इस्तेमाल कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को इस नए सुइट में वेंटिलेशन की कुछ समस्या थी, जिस कारण वह इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे थे. इस पर डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने उनसे निवेदन किया कि वे इस सुइट का उपयोग करना चाहते हैं.
यह निवेदन शिवकुमार ने 7 जुलाई को लिखित रूप में किया था, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकृति दे दी और प्रोटोकॉल डिवीजन को भेज दिया. बुधवार को जब डीके शिवकुमार इस नए सुइट में पत्रकारों और अन्य लोगों से मुलाकात कर रहे थे, उसी दौरान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जब कर्नाटक भवन पहुंचे तो वह सीधे पुराने भवन के मुख्यमंत्री सुइट में चले गए.
मुख्यमंत्री पद के '2.5 साल के समझौते' पर क्या बोले?
कर्नाटक की सत्ता में बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही अटकलों पर शिवकुमार ने कहा, 'ये सब आपके (मीडिया) द्वारा फैलाए जा रहे कयास हैं. मेरी नजरों और कानों में ऐसी कोई बात नहीं आई है.' उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि फिलहाल किसी भी कैबिनेट फेरबदल की योजना नहीं है और कोई फेरबदल नहीं होने जा रहा.
शिवकुमार ने कहा कि उनका दिल्ली दौरा कर्नाटक की सिंचाई परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्राप्त करने के उद्देश्य से है. उन्होंने बताया कि कावेरी जल परियोजना को लेकर उन्हें सकारात्मक आश्वासन मिला है.
'दबाई जा रही विपक्ष की आवाज'
राहुल गांधी को पटना में मार्च करने से रोके जाने को लेकर डीके शिवकुमार ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, 'सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है. चुनाव आयोग जिन दस्तावेजों की मांग कर रहा है, उन्हें कई मतदाता नहीं जुटा सकते क्योंकि उनके माता-पिता अब जीवित नहीं हैं.'
राहुल गौतम