SCO मीटिंग के लिए अगले हफ्ते चीन जाएंगे जयशंकर, गलवान संघर्ष के बाद पहला दौरा

जयशंकर की चीन यात्रा के दौरान सीमा विवाद, दुर्लभ धातुओं (Rare Earth Metals) के निर्यात पर चीन की रोक, और संबंध सामान्य करने की प्रक्रिया जैसे विषयों पर चर्चा हो सकती है. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी चीन का दौरा कर चुके हैं.

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चीन के तियानजिन शहर में 15 जुलाई को SCO मीटिंग होगी, इसमें जयशंकर भी शामिल होंगे (Photo: PTI) चीन के तियानजिन शहर में 15 जुलाई को SCO मीटिंग होगी, इसमें जयशंकर भी शामिल होंगे (Photo: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 5:08 PM IST

विदेश मंत्री एस. जयशंकर अगले सप्ताह चीन के तियानजिन शहर में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन का दौरा करेंगे. शनिवार को चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से यह आधिकारिक घोषणा की गई. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शनिवार को बयान में कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक 15 जुलाई को तियानजिन में होगी. जिसमें चीन के विदेश मंत्री वांग यी के आमंत्रण पर सदस्य देशों के विदेश मंत्री और संगठन के स्थायी निकायों के प्रमुख शामिल होंगे.

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एस. जयशंकर के इस दौरे में वे न सिर्फ बैठक में भाग लेंगे, बल्कि बीजिंग में द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. ये जयशंकर का 2020 के गलवान संघर्ष के बाद चीन का पहला दौरा होगा, जब भारत-चीन संबंधों में काफी तनाव आ गया था.

जयशंकर की चीन यात्रा के दौरान सीमा विवाद, दुर्लभ धातुओं (Rare Earth Metals) के निर्यात पर चीन की रोक, और संबंध सामान्य करने की प्रक्रिया जैसे विषयों पर चर्चा हो सकती है. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी चीन का दौरा कर चुके हैं.

वांग यी भी इस महीने आ सकते हैं भारत 

सूत्रों के अनुसार वांग यी भी इस महीने भारत का दौरा कर सकते हैं और एनएसए डोभाल के साथ विशेष प्रतिनिधि (SR) वार्ता तंत्र के तहत सीमा विवाद पर एक और दौर की बातचीत हो सकती है. बता दें कि अब तक दोनों देश इस तंत्र के तहत 23 दौर की वार्ता कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया.

पीएम मोदी-जिनपिंग की बैठक में बनी थी सहमति 

23 अक्टूबर 2024 को रूस के कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक में यह सहमति बनी थी कि सीमा विवाद को सुलझाने के लिए विशेष प्रतिनिधि तंत्र और अन्य संवाद मंचों को फिर से सक्रिय किया जाए.

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कैलाश मानसरोवर यात्रा भी फिर शुरू

हाल के महीनों में भारत और चीन के बीच संबंध सुधारने की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं. इनमें से एक अहम कदम कैलाश मानसरोवर यात्रा का फिर से शुरू होना है, जो करीब पांच साल के अंतराल के बाद हाल ही में शुरू की गई.

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