अगस्त 2024 में मॉनसून ने ऐसी रफ्तार पकड़ी की बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पहाड़ी इलाकों में पर लैंडस्लाइड सता रही है तो जगह-जगह नदियां उफान पर हैं. कहीं बरसाती नाले पूरे के पूरे गांव तबाह कर रहे हैं तो शहरों में जलजमाव ने ट्रैफिक की रफ्तार थाम दी है. लेकिन बारिश का सिलसिला थमने के अभी कोई आसार नहीं हैं. मौसम विभाग ने आज, 24 अगस्त के लिए भी कई राज्यों में भारी से अत्याधिक बारिश का अलर्ट जारी किया है.
आज इन राज्यों में भयंकर बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, गुजरात में आज अत्याधिक भारी बारिश की संभावना है. यहां के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि गुजरात में जब से मॉनसून ने दस्तक दी है, तब से रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है. अब एक बार फिर आईएमडी का अलर्ट डरा रहा है. इसके अलावा अन्य कई राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना है. सौराष्ट्र, कच्छ, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा, असम, मेघालय, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गंगीय पश्चिम बंगाल, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आज बहुत भारी बारिश की संभावना है.
25 अगस्त को 5 राज्यों के लिए रेड अलर्ट
इसके बाद 25 अगस्त को बारिश की तादाद में और इजाफा हो सकता है. आईएमडी ने रविवार के लिए नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और गुजरात में भयंकर बारिश के आसार जताए हैं. इसके अलावा सौराष्ट्र, कच्छ, पूर्वी राजस्थान, असम, मेघालय, झारखंड, कोंकण, गोवा, पश्चिमी और पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और गंगीय पश्चिम बंगाल में बहुत भारी बारिश के साथ ऑरेंज अलर्ट है.
कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, यहां जानिए अपडेट
मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी, स्काईमेट के मुताबिक, देश के दो विपरीत छोरों पर दो निम्न दबाव क्षेत्र बने हुए हैं. एक निम्न दबाव क्षेत्र पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर महाराष्ट्र तट से दूर समुद्र की गहराई में स्थित है. इसका चक्रवाती परिसंचरण मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है. वहीं, दूसरी ओर एक निम्न दबाव क्षेत्र पिछले 4-5 दिनों से बांग्लादेश और गंगा के मैदान वाले पश्चिम बंगाल के ऊपर बना हुआ है.
यह वहीं प्रणाली है जिससे त्रिपुरा में भारी बारिश हुई और जान-माल का नुकसान हुआ. हालांकि, अब यह निम्न दबाव क्षेत्र बांग्लादेश से निकलकर उत्तरी पश्चिम बंगाल और पड़ोसी पूर्वी क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है. यह दो दिनों में पश्चिम की ओर झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के राज्यों से होकर गुजरने वाला है. इसके अलावा, यह सिस्टम अगले हफ्ते के मध्य तक गुजरात के दूर के हिस्सों तक पहुंचेगा और अरब सागर को पार कर जाएगा.
aajtak.in