चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आज एक अहम मीटिंग की. इस दौरान जहां कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया. वहीं, EC ने बीजेपी से कहा कि वह चुनावी राज्यों में अपनी 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' न निकाले.
बता दें कि प्रियंका गांधी को राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. दरअसल, बीजेपी ने कल चुनाव आयोग को एक शिकायत सौंपी थी, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने झूठे आरोप लगाए हैं.
वहीं, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को छत्तीसगढ़ के मंत्री मोहम्मद अकबर पर टिप्पणी करने के मामले में चुनाव आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. EC ने सरमा को 30 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक नोटिस का जवाब देने को कहा है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग का ध्यान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के चुनावी कदाचार की ओर दिलाया. ECI ने प्रथम दृष्टया आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन पाया है.
असम के मुख्यमंत्री ने 18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में विवादित भाषण दिया था. सरमा ने 18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान अकबर पर निशाना साधते हुए यह टिप्पणी की थी. रमेश ने कहा कि वह वास्तव में एक सिलसिलेवार अपराधी है. हमें उम्मीद है कि ईसीआई इस पर कार्रवाई करेगी और इस मामले को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाएगी.
हिमंता बिस्वा सरमा को नोटिस जारी करते हुए चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव संहिता के एक प्रावधान की याद दिलाई, जिसमें कहा गया है कि कोई भी पार्टी या उम्मीदवार किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होगा, जो मौजूदा मतभेदों को बढ़ा सकता है या आपसी नफरत पैदा कर सकता है या विभिन्न जातियों और समुदायों के बीच धार्मिक या भाषाई तनाव पैदा कर सकता है.
चुनाव आयोग ने सलाह दी कि विकसित भारत संकल्प यात्रा को 5 दिसंबर 2023 तक उन राज्यों में नहीं निकाला जाएगा, जहां आदर्श आचार संहिता लागू है. इस यात्रा का उद्घाटन 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड में करेंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में 5 दिसंबर तक ये यात्रा न निकाली जाए. इन पांचों राज्यों में चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
ऐश्वर्या पालीवाल