दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा पर दिनदहाड़े हुए एसिड अटैक ने राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना के बाद नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और बीजेपी सरकार और दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ बदमाशों ने छात्रा का पीछा किया और जब उसने विरोध किया, तो उस पर तेजाब फेंक दिया. तीन लोगों द्वारा किए गए हमले में 20 वर्षीय लड़की एसिड से झुलस गई. पीड़िता ने कहा, "आज जब मैं कॉलेज जा रही थी, तो उन्होंने मुझ पर तेजाब फेंक दिया... वे काफी समय से मेरा पीछा कर रहे थे..."
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, "दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा पर दिनदहाड़े हुआ एसिड अटैक इस बात का प्रमाण है कि राजधानी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है. अगर बीजेपी सरकार सच में महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती, तो ऐसे भयावह मामले बार-बार नहीं होते."
वरुण चौधरी ने कहा कि दिल्ली पुलिस और सरकार दोनों इस मामले में "सोई हुई" हैं और अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने मांग की कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए. वरुण चौधरी ने आगे कहा कि NSUI पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़ी है और न्याय मिलने तक आवाज उठाती रहेगी.
NSUI अध्यक्ष ने कहा, "दिल्ली ऐसा शहर नहीं बन सकता जहां छात्र डर के माहौल में जिएं. महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वतंत्रता का अधिकार है - न कि हिंसा और लापरवाही का."
अनमोल नाथ