भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवाती तूफान दित्वा अब गहरे निम्न दबाव (Deep Depression) में बदल चुका है. जो अगले कुछ घंटों में और कमजोर होकर सामान्य निम्न दबाव में बदल जाएगा और फिर धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा.
पिछले 6 घंटे में यह सिर्फ 3 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर दिशा में आगे बढ़ा है. लेकिन अभी यह तमिलनाडु-पुडुचेरी तट के बहुत करीब है, इसलिए बारिश का सिलसिला बना हुआ है.
IMD के मुताबिक, अभी भी चेन्नई, नेल्लोर, पुडुचेरी और आसपास के इलाकों में रुक-रुककर मध्यम से तेज बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी. बता दें कि रामेश्वरम के थंगचीमाडम क्षेत्र में पिछले दो दिनों की बारिश से करीब 200 बस्तियां चारों तरफ से पानी से घिर गई हैं. लोग भारी परेशानी झेल रहे हैं. आने-जाने का रास्ता बंद हो चुका है.
नेल्लोर और तिरुपति में सबसे ज्यादा बारिश
आंध्र प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (APSDMA) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने बताया कि नेल्लोर और तिरुपति जिले के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होगी. तटीय आंध्र के कुछ अलग-अलग स्थानों पर भी तेज बारिश हो सकती है. इस दौरान हवा की रफ्तार 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.
NDRF की टीमें पूरी तरह तैयार
चेन्नई में चक्रवाती तूफान दित्वा के कारण भारी बारिश और जलभराव की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने पूरी तैयारी कर ली है. NDRF के दक्षिण और दक्षिण-मध्य जोन के DIG डॉ. हरि ओम गांधी ने बताया कि हमने तमिलनाडु में 22 टीमें तैनात कर दी हैं. जबकि पुडुचेरी में 3 टीमें लगा दी गई हैं.
उन्होंने कहा, तूफान दित्वा अब उत्तर दिशा में जा रहा है और धीरे-धीरे कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल रहा है. लेकिन बारिश अभी भी तेज हो सकती है, इसलिए हम कोई रिस्क नहीं ले रहे. NDRF की टीमों के पास नाव, लाइफ जैकेट, रस्सियां, कटर और जरूरी सभी बचाव सामान तैयार हैं. अगर कहीं पानी ज्यादा भर जाए या लोगों को निकालना पड़े तो तुरंत मदद की जाएगी.
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