चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जैसे-जैसे गुजरात के तटीय क्षेत्र के नजदीक पहुंच रहा है, वैसे ही इसका असर गंभीर होता जा रहा है. सबसे ज्यादा प्रभाव गुजरात के कच्छ और द्वारका इलाके में देखने को मिल रहा है. वहीं, मुंबई में भी तेज हवाएं और समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. गुजरात समेत 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों पर चक्रवात का असर देखने को मिलेगा. इसके साथ ही बिपरजॉय से गुजरात के 7 जिलों में भारी तबाही की आशंका जताई गई है.
7 जिलों में चक्रवात के चलते अलर्ट
गुजरात-महाराष्ट्र के कई जिलों में अलर्ट जारी है. लेकिन 15 जून को कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, मोरबी, राजकोट और जूनागढ़ में सबसे ज्यादा नुकसान की आशंका है. वहीं, कच्छ, पोरबंदर, अमरेली, गिर सोमनाथ, द्वारिका जिले के सभी स्कूल दो दिन यानी 15 जून तक बंद रहेंगे.
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बता दें कि मौसम विभाग ने 15 जून को सौराष्ट्र और उत्तर गुजरात के इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. इसके अलावा पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश की आशंका है. वहीं, कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
चक्रवात से प्रभावित होंगे 9 राज्य
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट पर रखा गया है. ये राज्य गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, गोवा, तमिलनाडु, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली हैं. वहीं, राजस्थान के मौसम पर भी भारी बारिश के रूप में चक्रवात का असर देखने को मिल सकता है लेकिन दिल्ली में इसके कोई खास प्रभाव के आसार नहीं हैं.
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हेल्पलाइन नंबर जारी
तूफान से जुड़े खतरों को देखते हुए सरकार ने कंट्रोल रूम बनाए हुए हैं, जिसके जरिए हालात पर नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही गुजरात के सभी 33 जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. इतना ही नहीं लोग किसी भी मदद के लिए 1077 पर कॉल कर सकते हैं. उद्योगों को किसी भी प्रकार की मदद के लिए उद्योग विभाग ने भी हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.
रेलवे ने डिजास्टर मैनेजमेंट रूम को सक्रिय कर दिया है. फील्ड स्टाफ को अलर्ट मोड पर रखा गया है. भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और गांधीधाम में इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए गए हैं.
कब और कहां होगा लैंडफॉल?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बना बिपरजॉय, गुरुवार (15 जून) दोपहर को कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंचेगा, जहां इसका लैंडफॉल होगा, इस दौरान अधिकतम रफ्तार यानी हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. तट से टकराने के बाद इसकी रफ्तार धीमी हो जाएगी.
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