पाकिस्तानी हैकरों की करतूत, इंडियन आर्मी से जुड़ी इन साइट्स पर साइबर अटैक की कोशिश, हुए नाकाम

पाकिस्तान के साइबर हमलावरों ने एक बार फिर भारतीय साइबर संप्रभुता का उल्लंघन करने की कोशिश की, लेकिन वे विफल रहे. हैकरों द्वारा अहम नेशनल नेटवर्क को भेदने की कोशिश की गई थी, लेकिन भारतीय साइबर सिक्योरिटी ने इसकी रियल टाइम में पहचान की और इन कोशिशों नाकाम किया.

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हैकर (प्रतिकात्मक तस्वीर) हैकर (प्रतिकात्मक तस्वीर)

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 5:33 PM IST

पाकिस्तान ने भारत पर साइबर अटैक करने की कोशिश की है. साइबर हमलावर नेशनल नेटवर्क से जुड़ी साइट्स को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उसमें वे नाकाम रहे. तब उन्होंने सार्वजनिक साइट्स जैसे कि वेलफेयर और एजुकेशनल वेबसाइट्स को निशाना बनाया.

बताया जा रहा है कि साइबर अटैकर्स 'IOK Hacker' के नाम के साथ 'इंटरनेट ऑफ खिलाफा ग्रुप' के तौर पर काम कर रहे हैं. अटैकर्स वेबसाइट को नष्ट करने, ऑनलाइन सर्विसेज को बाधित करने और व्यक्तिगत जानकारी जुटाने की कोशिश में थे.

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रियल टाइम में साइबर अटैक की कोशिश को किया गया नाकाम

भारतीय साइबर सिक्योरिटी सिस्टम ने रियल टाइम में इन कोशिशों की पहचान की और तुरंत इनका ऑरिजिन पाकिस्तान के रूप में चिन्हित किया. इंटेलिजेंस इनपुट की मानें साइबर हमलावरों ने ऐसी चार नाकाम कोशिशें कीं, जिसमें नेशनल नेटवर्क से जुड़ी साइट्स को निशाना बनाने की कोशिश की गई.

आर्मी से जुड़ी इन वेबसाइट्स को बनाया गया निशाना

आर्मी पब्लिक स्कूल (APS) श्रीनगर और APS रानीखेत की वेबसाइट्स पर प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिशें की गईं. APS श्रीनगर ने डिस्ट्रीब्यूटेड-डिनायल-ऑफ-सर्विस (DDoS) हमले का भी सामना किया. आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन (AWHO) के डेटाबेस पर भी हमला करने की कोशिश की गई, जबकि इसी दौरान भारतीय वायुसेना प्लेसमेंट संगठन के पोर्टल को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई.

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भारतीय साइबर सिक्योरिटी सेल ने रियल टाइम में साइबर हमले की पहचान की और फिर तुरंत इन वेबसाइट्स को सिक्योर किया. गनीमत रही कि इस साइबर हमले का किसी भी लेवल या गुप्त नेटवर्क पर प्रभाव नहीं पड़ा. 

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