'जब हमारे घर 8 फीट पानी में डूबे थे, तब आप...', DMK विधायक को जनता ने घेरा, दो गुटों में मारपीट

मिचौंग चक्रवात के कारण चेन्नई की जनता को काफी नुकसान उठाना पड़ा. इस दौरान आरके नगर से डीएमके के विधायक एबेनेजर बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कोरुकुपेट पहुंचे, लेकिन गुस्साई जनता ने उन्हें घेर लिया और एक के बाद एक सवाल पूछना शुरू कर दिया.

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मिचुआंग चक्रवात के बाद दौरे पर पहुंचे विधायक को जनता ने घेरा. मिचुआंग चक्रवात के बाद दौरे पर पहुंचे विधायक को जनता ने घेरा.

प्रमोद माधव

  • चेन्नई,
  • 11 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:39 PM IST

बाढ़ प्रभावित चेन्नई का दौरा करते समय सत्ता पर काबिज द्रविण मुनेत्र द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के एक विधायक को जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. जनता ने उन्हें घेरकर सवाल किया कि जब उनके घर 8 फीट तक पानी में डूबे हुए तब सरकार के लोग कहां थे. इस दौरान दो गुटों में झड़प भी देखने को मिली.

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दरअसल, मिचौंग चक्रवात के कारण चेन्नई की जनता को काफी नुकसान उठाना पड़ा. इस दौरान आरके नगर से डीएमके के विधायक एबेनेजर बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कोरुकुपेट पहुंचे, लेकिन गुस्साई जनता ने उन्हें घेर लिया और एक के बाद एक सवाल पूछना शुरू कर दिया. जनता ने आरोप लगाया कि जब उनके घर 8 फीट पानी में डूब गए थे तो सरकार की ओर से कोई भी उन्हें देखने या राहत देने नहीं आया.

आपस में भिड़ गए थे दो गुट

जनता के विधायक को घेरने के बाद वहां हंगमा मच गया और दो गुट आपस में भिड़ गए. झड़प के दौरान ही एक व्यक्ति को बेरहमी से पीटा गया, जिसके बाद उसके चेहरे से खून टपकने लगा. भीड़ ने दावा किया है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान एबेनेजर के साथ आए लोगों ने उन पर हमला किया था. एआईएएमडीके के पूर्व मंत्री डी जयकुमार ने झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. बता दें कि घायल शख्स का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.

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561 करोड़ रुपए की मंजूरी

बता दें कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भीषण चक्रवात मिचौंग ने कहर बरपाया है. चेन्नई में भयंकर तूफान और तेज बारिश से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घरों को नुकसान हुआ है. दर्जनों जानवरों की मौत हुई है. दुकानों से लेकर घरों में बारिश का पानी घुसा है. यहीं नहीं, सड़कों पर गाड़ियां कागज की नाव की तरह बहती नजर आई. इस बीच केंद्र सरकार ने बढ़ग्रस्त लोगों की मदद के लिए भारत की पहली शहरी बाढ़ शमन परियोजना के लिए 561 करोड़ रुपये की मंजूरी दी.

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