ब्रिटेन का फाइटर जेट 6 दिन से तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर फंसा, केरल में हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग

ब्रिटेन की रॉयल नेवी का F-35B फाइटर जेट बीते 6 दिन से केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़ा है. भारतीय वायुसेना (IAF) ने तत्काल फ्यूलिंग और तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया. लेकिन जब विमान को रवाना करने की तैयारी की जा रही थी, तभी उसमें हाइड्रॉलिक सिस्टम की खराबी आ गई.

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ब्रिटेन का फाइटर जेट F-35B पिछले 6 दिन से केरल में फंसा हुआ है (फाइल फोटो) ब्रिटेन का फाइटर जेट F-35B पिछले 6 दिन से केरल में फंसा हुआ है (फाइल फोटो)

शिबिमोल / मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2025,
  • अपडेटेड 9:57 PM IST

ब्रिटेन की रॉयल नेवी का F-35B फाइटर जेट बीते 6 दिन से केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़ा है. इस जेट की 14 जून की रात करीब 9:30 बजे इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी. शुरुआत में इसका कारण ईंधन की कमी बताया गया था.

ये आधुनिक स्टील्थ फाइटर जेट ब्रिटेन के विमानवाहक पोत HMS प्रिंस ऑफ वेल्स से उड़ान भर रहा था और भारत के एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन (ADIZ) के बाहर नियमित उड़ान अभ्यास कर रहा था. उसी दौरान कम ईंधन की वजह से उसे तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया, जो पहले से ही उसकी आपात लैंडिंग साइट के तौर पर चिन्हित था.

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भारतीय वायुसेना (IAF) ने तत्काल फ्यूलिंग और तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया. लेकिन जब विमान को रवाना करने की तैयारी की जा रही थी, तभी उसमें हाइड्रॉलिक सिस्टम की खराबी आ गई, जिस. वह उड़ान नहीं भर सका.

मरम्मत के लिए ब्रिटेन से पहुंची टीम

ब्रिटेन से आई एक मेंटेनेन्स टीम ने मौके पर विमान को ठीक करने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए. अब ब्रिटेन से एक बड़ी तकनीकी टीम केरल भेजे जाने की तैयारी है, जो जेट की मरम्मत का काम आगे बढ़ाएगी. इसके अलावा अगर स्थानीय मरम्मत संभव नहीं होती, तो अधिकारियों ने संकेत दिया है कि इस विमान को सैन्य मालवाहक विमान के जरिए वापस ब्रिटेन ले जाया जा सकता है.

भारतीय एजेंसियां सतर्क

एयरपोर्ट और सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. विमान को अब भी फॉर्मल क्लियरेंस नहीं मिला है, और उसका री-फ्यूलिंग रुका हुआ है.

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ये है विमान की खासियत

बता दें कि F-35B फाइटर जेट को ब्रिटेन के रॉयल नेवी और रॉयल एयर फ़ोर्स के लिए डेवलप किया गया है और यह शॉर्ट टेक-ऑफ/वर्टिकल लैंडिंग (STOVL)की क्षमता के लिए जाना जाता है. इसकी खासियत है कि ये रडार पर बहुत कम दिखाई देता है. इसका डिज़ाइन और आंतरिक हथियार बे (आंतरिक रूप से हथियार ले जाने की क्षमता) इसे दुश्मन के रडार सिस्टम से बचने में मदद करते हैं. इस विमान में दुश्मन के हवाई क्षेत्र में गहराई तक घुसने और अहम लक्ष्यों पर हमला करने की क्षमता है.

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