महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को अनिवार्य करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ उद्धव और राज ठाकरे एक साथ आ गए हैं. दोनों ने 5 जुलाई को एक विरोध रैली करने का फैसला किया है. इस मुद्दे पर राज ठाकरे ने कहा था कि 'विषय एक है, हमारा और मराठी मानस के दो दो बड़े मोर्चे निकलेंगे, उसे मैसेज ठीक नहीं जाएगा. हमको एक साथ मोर्चा निकालना है और सबको उसमें शामिल करना है.'