पूर्व विधायक और एनसीपी नेता जीशान सिद्दीकी की सुरक्षा एक बार फिर सुर्खियों में है. उनके पिता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई थी, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने वह सुरक्षा वापस ले ली है. सुरक्षा हटाए जाने के बाद जीशान ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर गंभीर चिंता जताई है और सुरक्षा की समीक्षा करने का आग्रह किया है.
बता दें कि इस साल अप्रैल में जीशान सिद्दीकी को एक ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली थी. उन्होंने तुरंत इसकी शिकायत पुलिस से की थी. इससे पहले 12 अक्टूबर 2024 को बांद्रा ईस्ट में तीन हमलावरों ने उनके पिता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. बाबा सिद्दीकी तीन बार बांद्रा पश्चिम से विधायक रह चुके थे और मुंबई की सियासत में बेहद सक्रिय थे.
कौन हैं जीशान सिद्दीकी?
जीशान सिद्दीकी 2019 से 2024 तक बांद्रा (पूर्व) विधानसभा से विधायक रहे हैं. कांग्रेस द्वारा निष्कासित किए जाने के बाद उन्होंने अजीत पवार गुट की एनसीपी ज्वाइन कर ली थी. पिता की हत्या और खुद को मिली धमकी के बाद उन्होंने कई बार अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है.
बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश में लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई का नाम जुड़ा था. अनमोल को हाल ही में अमेरिका से भारत डिपोर्ट किया गया है. इस घटनाक्रम के बाद जीशान ने अपनी और परिवार की सुरक्षा को लेकर अजीत पवार और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी समीक्षा की मांग की थी.
अब सुरक्षा से सिर्फ दो कॉन्स्टेबल बचे
Y सिक्योरिटी हटाए जाने के बाद जीशान सिद्दीकी ने कहा है कि अब उनके साथ सिर्फ दो कॉन्स्टेबल तैनात हैं. घर पर मौजूद सुरक्षा भी वापस ले ली गई है. अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि धमकियों को देखते हुए सुरक्षा हटाना चिंताजनक है, और परिवार तथा करीबी लोगों की जान को खतरा हो सकता है.
जीशान ने मांग की है कि उनके मामले की पुनः समीक्षा की जाए. उन्होंने कहा कि पिता की हत्या, खुद को मिली धमकियों और गैंगस्टर कनेक्शन को देखते हुए सुरक्षा में ढील देना किसी भी तरह उचित नहीं है.
दीपेश त्रिपाठी