पुणे में नुकीली कीलों वाली पट्टियां पहनकर घूम रहे लोग, तेंदुए के हमले से बचने के लिए अनोखा जुगाड़

पुणे में लोग तेंदुए के हमले से बचने के लिए नुकीली कीलों की पट्टियां पहन रहे हैं. लोगों का कहना है कि नुकीली कीलों की पट्टियां पहनने से तेंदुआ अगर हमला करेगा तो उसे कील धंस जाएगी और वह छोड़कर भाग जाएगा.

Advertisement
तेंदुए के हमले से बचने के लिए गले में नुकीला पट्टी पहने लोग. (Photo: Screengrab) तेंदुए के हमले से बचने के लिए गले में नुकीला पट्टी पहने लोग. (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • पुणे,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

महाराष्ट्र के पुणे में तेंदुओं का आतंक बढ़ गया है. तेंदुओं के हमले में पिछले 20 दिनों में 3 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसके चलते लोगों में भय का माहौल है. ऐसे में लोग तेंदुए के हमले से बचने के लिए गले में नुकीली कीलों की पट्टियां पहन रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि नुकीली कीलों की पट्टियां पहनने से अगर उनपर तेंदुआ हमला करेगा तो उसके मुंह में कील धंसेगी और वह छोड़कर भाग जाएगा. 

Advertisement

वहीं पुणे जिले के कलेक्टर जितेंद्र डूडी का कहना है कि तेंदुए छोटे कद के लोगों के साथ-साथ खेतों में काम करने वाले लोगों पर भी सीधे हमले करते हैं. ऐसे में ये सीधे गर्दन पकड़ते हैं. इस खतरे से बचने के लिए पिंपरखेड़ की महिलाओं ने अपने गले में नुकीली कीलों की पट्टियां पहनना शुरू कर दिया है. जबकि क्षेत्रीय वन अधिकारी स्मिता राजहंस का कहना है कि वन विभाग हमलों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. इसके लिए क्षेत्र में आत्मरक्षा के लिए 3300 नेक बेल्ट वितरित किए गए हैं. 

यह भी पढ़ें: पुणे: दस फीट ऊंची दीवार फांदकर घर में घुसा तेंदुआ, कुत्ते को उठाकर ले गया, घटना CCTV में कैद

20 सालों में तेंदुओं के हमलों में 56 की मौत

स्थानीय लोगों की मांग है कि वन विभाग और प्रशासन को ग्रामीणों के इस नए जुगाड़ पर ध्यान देना चाहिए. इसका प्रचार-प्रसार करना चाहिए. आपको बता दें कि पुणे जिले के जुन्नर वन प्रभाग में 2 हजार से ज़्यादा तेंदुए हैं. पिछले 20 सालों में तेंदुओं के हमलों में 56 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 हजार से ज़्यादा जानवर मारे गए हैं. 

Advertisement

पिछले 20 दिन मे शिरूर तालुका के पिंपरखेड़ में तेंदुए के हमले में 3 लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग की एक गाड़ी और कार्यालय को जला दिया था. साथ ही पुणे-नासिक राजमार्ग को भी जाम कर दिया था. तेंदुओं के बढ़ते हमलों से नागरिकों में दहशत का माहौल है. लोगों के लिए दिन में भी घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है.

(इनपुट- स्मिता रायचंद शिंदे)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement