मुंबई में गुरुवार को हुए बंधक कांड में पहली बार कैमरे पर एक बच्चा सामने आया है, जो खुद कई घंटे तक रोहित आर्या की सनक का शिकार रहा. कई घंटों तक 17 बच्चों को बंधक बनाने वाला आरोपी रोहित आर्या शातिर दिमाग का था. उसने एक मराठी एक्ट्रेस को फोन करके शूटिंग के लिए बुलाया था. उसने कहा था कि हम लोग किडनैपिंग पर एक वेब सीरीज बना रहे हैं. खास बात है कि जो स्टोरी उसने अपनी वेब सीरीज के लिए सुनाई थी, ठीक वैसी ही घटनाएं आर.ए. स्टूडियो में घटती गईं. बस उसकी फिल्म का क्लाईमैक्स कुछ अलग था. लेकिन मुंबई पुलिस ने उसका अंजाम ऐसा कर दिया कि वो देखने के लिए रोहित जिंदा भी नहीं बचा.
वेब सीरीज की शूटिंग के बहाने एक्ट्रेस को बुलाया
पवई के आर.ए. स्टूडियो में 30 अक्टूबर को बंधक संकट से 17 बच्चों की सांसें ही नहीं अटकी थीं बल्कि मुंबई समेत पूरे देश की नजरें मीडिया के जरिए इसी स्टूडियो पर बनी हुई थीं. रोहित आर्या को लेकर जिस तरह नए-नए खुलासे हो रहे हैं, उसे देखकर लग रहा है कि वह कितना शातिर और सिरफिरा था. कई मराठी फिल्मों में काम कर चुकीं अभिनेत्री रुचिता जाधव ने बताया कि आर.ए. स्टूडियो में जो भी हुआ, वही किडनैपिंग की सेम स्टोरी सुनाकर और वेब सीरीज की शूटिंग की बात कहकर रोहित ने उसे रोल करने के लिए बुलाया था.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और अभिनेत्री की रोहित आर्या के साथ हुई चैट से खुलासा हुआ है कि, वो शूटिंग पर रुचिता के बहाने पुलिस से मांगें मनवाने के लिए सौदेबाजी करना चाहता था. रुचिता को रोहित ने अपना जो परिचय दिया था, उसमें उसने खुद को फिल्म प्रोड्यूसर बताया था. हालांकि कुछ निजी वजहों से एक्ट्रेस रुचिता जाधव ने शूटिंग पर जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया था.
बुजुर्ग महिला ने सुनाई आपबीती
बच्चों के साथ एक बच्ची की नानी भी स्टूडियो में बंधक थीं. क्विक रिस्पांस टीम के 8 कमांडो के ऑपरेशन में उनके सिर में चोट भी आई है. उन्होंने बंधक संकट की कहानी मीडिया को सुनाई. महिला ने कहा, 'हम लोग कोल्हापुर से आए हैं. 4 दिन से शूटिंग चल रही थी. वह अच्छे से बात कर रहा था. मैं लड्डू खा रही थी. उसने मुझसे कहा कि मौसी मुझे भी लड्डू दीजिए. कल उसने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि किडनैपिंग और भाग दौड़ वाला शूट करना है. वो रॉकेट और पटाखे भी साथ लाया था. उसने कहा कि सीन के लिए लाए हैं और परसों उसने लाइट लगाने के लिए सीसीटीवी बंद कर दिए और सीसीटीवी कैमरों की जगह लाइट लगा दी.'
दहशत के वो 2 घंटे यह बुजुर्ग महिला ताउम्र नहीं भूल पाएंगी. उन्होंने बताया कि रोहित आर्या कैसे बच्चों को बार-बार गन दिखा रहा था. बच्चों ने बताया कि रोहित आर्या बार-बार गन दिखा रहा था. वो चार बच्चों को ऊपर लेकर गया और शटर बंद करके दो बड़े लॉक लगा दिए. शटर के अंदर बैनर लगाकर उसने पैक कर दिया, जिससे बाहर से अंदर और अंदर से बाहर कोई आ जा ना सके.
'वो शूटिंग तो कर ही नहीं रहा था'
स्टूडियो के अंदर बच्चों के साथ मौजूद रहीं बुजुर्ग महिला ने बताया कि वो शूटिंग करने के बहाने अपने शातिराना इरादों को किसी भी तरह अंजाम तक पहुंचाना चाहता था. उन्होंने बताया, 'वो मुझे और बाकी पैरेंट्स को हमेशा बाहर बैठाता था लेकिन कल उसने किसी को बाहर नहीं बैठने दिया. कल वो मुझे और बच्चों को स्टूडियो में लेकर गया और कहा कि बच्चों को जाने मत दीजिएगा, उन पर नजर रखिएगा. फिर उसने थोड़े-थोड़े बच्चे अंदर कर लिए. उसने बच्चों से कहा कि डर-डरकर चलिए, मैं शूटिंग कर रहा हूं पर वो शूटिंग नहीं कर रहा था. थोड़ी देर बाद मुझसे कहा कि बाकी बच्चों को लेकर ऊपर आ जाओ. उन बच्चों में मेरी नातिन भी थी. मैंने उससे पूछा कि लोग नीचे क्यों चिल्ला रहे हैं, तब उसने कहा कि शूटिंग चालू है. वो बार-बार कह रहा था कि शूटिंग कर रहा हूं, लेकिन वो शूटिंग नहीं कर रहा था. वो बच्चों को सिर्फ खेलने के लिए कह रहा था. शक होने के बाद हम उससे पूछ रहे थे कि ये कैसी शूटिंग है.'
'2 करोड़ की डिमांड कर रहा था रोहित'
बुजुर्ग महिला के दामाद और अंदर मौजूद बच्ची के पिता ने बताया बच्चों को बंधक बनाने वाला आरोपी रोहित आर्या 2 करोड़ की डिमांड कर रहा था. रोहित आर्या भले ही पेशेवर अपराधी नहीं था लेकिन उसने जो तैयारियां की थीं वो खतरनाक थीं. रोहित आर्या ने स्टूडियो की सारी खिड़कियों और दरवाजों पर मोशन सेंसर लगा रखे थे. कहीं से पुलिस अंदर आने की कोशिश ना करे इसलिए उसने हर जगह मोशन डिटेक्टर सेंसर लगाए थे. इतना ही नहीं सीसीटीवी के सारे एंगल उसने एक ही तरफ मोड़ दिए थे, ताकि किसी को सीसीटीवी से स्टूडियो के अंदर की गतिविधि का कुछ पता ना चले. लेकिन जब बाथरूम के रास्ते से 8 कमांडो दाखिल हुए तो पुलिस के एक्शन में रोहित के सीने में गोली लगी. उसके बाद पुलिस ने इन सेंसर को देखा और उसे डीएक्टिवेट किया.
बंधक कांड को अंजाम देने वाले रोहित आर्या के साथ काम करने वाले लोग भी आखिर तक नहीं समझ पाए कि उसका प्लान क्या है. जब रोहित ने अपने साथियों को भी स्टूडियो के बाहर निकाल दिया तब उन्हें शक हुआ. फिर पुलिस को खबर दी गई. फिलहाल बंधक कांड से लेकर पुलिस की कार्रवाई और आरोपी की मौत जैसे कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब मिलना बाकी हैं.
आजतक ब्यूरो