महाराष्ट्र सरकार के मंत्री माणिकराव कोकाटे के खिलानजिला अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. अपने खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद से ही अस्पताल में भर्ती माणिकराव कोकाटे के विभाग सरकार ने वापस ले लिए थे. अब कोकाटे ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. माणिकराव कोकाटे ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम और एनसीपी (एपी) के प्रमुख अजित पवार को भेज दिया है.
अजित पवार ने कोकाटे का इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बढ़ा दिया, जिसे सीएम ने स्वीकार कर लिया है. माणिकराव कोकाटे के पास खेल विभाग की जिम्मेदारी थी. कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कोकाटे को दिए गए विभाग वापस ले लिए थे. सीएम ने ये विभाग माणिकराव कोकाटे से वापस लेकर अजित पवार को सौंप दिए थे.
माणिकराव को एक मजिस्ट्रेट कोर्ट ने तीन दशक पुराने फ्लैट घोटाले का दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई थी. महाराष्ट्र के मंत्री ने मजिस्ट्रेट के फैसले को सेशन कोर्ट में चुनौती दी थी. सेशन कोर्ट ने मजिस्ट्रेट के फैसले को बरकरार रखते हुए माणिकराव कोकाटे की गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर दिया था. वारंट जारी होने के बाद से ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे कोकाटे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती हो गए थे.
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सीएम फडणवीस ने माणिकराव कोकाटे से सभी विभाग वापस लेकर अजित पवार को सौंप दिए थे, लेकिन मंत्री पद से नहीं हटाया था. मंत्रिमंडल में माणिकराव कोकाटे के बने रहने को लेकर फडणवीस सरकार भी आलोचकों के निशाने पर थी. फडणवीस कैबिनेट में कोकाटे की मौजूदगी पर सवाल उठ रहे थे.
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बता दें कि माणिकराव कोकाटे और उनके भाई विजय कोकाटे को 1995 के मामले में दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी. कोकाटे बंधुओं पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए तय 10 प्रतिशत कोटे के कथित दुरुपयोग का आरोप था. मंत्री पद जाने के बाद अब कोकाटे की विधायकी भी खतरे में आ गई है.
अभिजीत करंडे